दो तीन दिन के अंदर रिपोर्ट विभाग को सौंप दी जायेगी. उसके बाद डीपीआर बनेगा. तत्पश्चात यह मामला निर्माण कार्य के लिए भवन निर्माण विभाग को सौैंप दिया जायेगा. मिली पीपीआर में पूरे भवन का खाका तैयार है. संबंधित भूमि का हस्तांतरण भी हो चुका है. पत्र विवि के साथ-साथ उपायुक्त धनबाद को दी जा चुकी है. अब संबंधित अंचलाधिकारी व भू-अर्जन पदाधिकारी से संपर्क कर उसे अपने कब्जे में लेकर चिह्नित कर लेना है, ताकि जमीन पर अतिक्रमण न हो सके. उन्होंने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि संबंधित भूमि में पत्थर व मिट्टी का अवैध उत्खनन हो रहा है, जिसे तुरंत रोका जाना चाहिए. इस बारे में वह विभाग को तो सूचित करेंगे ही, साथ ही जिला प्रशासन से भी शीघ्र रोक लगाने की अपील करेंगे. इस नये विश्वविद्यालय में धनबाद व बोकारो जिला के सभी अंगीभूत व संबद्ध कॉलेज शामिल रहेंगे.
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कोयलांचल विवि की जमीन पर हो रहा अवैध उत्खनन
धनबाद में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर मंगलवार को उच्च तकनीकी एवं युवा कौशल विभाग झारखंड सरकार तथा विभावि की पांच सदस्यीय टीम ने भेलाटांड़ स्थित स्थल का निरीक्षण किया. विवि को तत्काल चालू करने के लिए किसी नये भवन की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई. धनबाद/बरवाअड्डा. टीम में विभाग के […]
धनबाद में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर मंगलवार को उच्च तकनीकी एवं युवा कौशल विभाग झारखंड सरकार तथा विभावि की पांच सदस्यीय टीम ने भेलाटांड़ स्थित स्थल का निरीक्षण किया. विवि को तत्काल चालू करने के लिए किसी नये भवन की व्यवस्था पर भी चर्चा हुई.
धनबाद/बरवाअड्डा. टीम में विभाग के उपनिदेशक अजय चौधरी, आप्त सचिव डेविड तिर्की, उपनिदेशक सतीश चौधरी, एक प्रशाखा पदाधिकारी व विभावि के सीसीडीसी डॉ. गंगा सिंह शामिल थे. जबकि स्थानीय अधिकारियों में पीके राय कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. एसकेएल दास, एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. मीना श्रीवास्तव, आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर की प्राचार्या डॉ. किरण सिंह, विभावि के रीजनल सेंटर धनबाद के नोडल ऑफिसर प्रो. इंद्रजीत कुमार, पीके राय कॉलेज के डॉ. एनके अंबष्ठा, डॉ. विजय कुमार शामिल थे. टीम ने क्षेत्र में जाकर आम लोगों से उक्त भूमि के बारे में विस्तार से जानकारी ली. टीम के अजय चौधरी ने बताया कि भेलाटांड़ की 21 एकड़ जमीन पर विश्वविद्यालय निर्माण के लिए कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है. उन्होंने बताया कि इस मामले में तैयार पीपीआर की जांच के लिए हमारी टीम आयी हुई है.
क्या है पीपीआर में : इस पीपीआर में इस विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में कुल 21 विषय की पढ़ाई होगी, जिसके लिए भवन का उल्लेख है. इसके कॉलेजों में स्नातक के तमाम विषयों की पढ़ाई पहले की तरह चलती रहेगी. प्रशासनिक भवन, परीक्षा विभाग, विभिन्न हॉस्टल (गर्ल्स व ब्वॉय), स्पोर्ट्स एक्टिविटी सेंटर सहित, ऑडिटोरियम व विवि से संबंधित अन्य विभिन्न भवन होंगे. यह भी चर्चा हुई कि विवि को तत्काल चालू करने के लिए किसी सरकारी भवन की व्यवस्था की जायेगी.
स्वीकृत पद के लिए भी पहल चल रही है : इस विश्वविद्यालय के लिए टीचर्स व नन टीचिंग की नियुक्ति के लिए स्वीकृत पद के लिए पहल शुरू हो चुकी है.
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