विकास के लिए नारी शिक्षा जरूरी : वीसी
धनबाद : नारी शिक्षा देश के लिए बेहद जरूरी है, इससे जीडीपी ग्रोेथ बढ़ेगा. सरकार भी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान पर जोर दे रही है. इस विषय पर चाहे जितना भी कम होगा. ये बातें विभावि के कुलपति प्रो.(डॉ.) रमेश शरण ने कही. वह गुरुवार को एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में स्टूडेंट्स यूनियन की ओर […]
धनबाद : नारी शिक्षा देश के लिए बेहद जरूरी है, इससे जीडीपी ग्रोेथ बढ़ेगा. सरकार भी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान पर जोर दे रही है. इस विषय पर चाहे जितना भी कम होगा. ये बातें विभावि के कुलपति प्रो.(डॉ.) रमेश शरण ने कही. वह गुरुवार को एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से आयोजित ‘राष्ट्र निर्माण में नारी शिक्षा का महत्व’ (एडुकेट द गर्ल्स, इंपावर्ड द नेशन) विषय पर सेमिनार को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
डॉ. शरण ने बताया कि उन्होंने अपनी बच्चियों को पढ़ने से कभी नहीं रोका. उन्हें हमेशा प्रोत्साहित ही किया. आज उनकी बेटियां बेहतर पद पर जॉब कर रही हैं. उन्होंने कहा कि काफी कम समय में कॉलेज की तैयारी की सराहना की. मौके पर कुल सचिव वंशीधर रूखियार ने कहा कि आज देश के विभिन्न उच्च पदों पर महिलाएं कार्यरत हैं. ऐसे में राष्ट्र निर्माण में महिलाआें की भी महत्वपूर्ण भूमिका है. इस विषय पर कई छात्राओं वर्षा, साक्षी, शिल्पा, पूजा, रवींद्र आदि ने भी संबोधित किया. ने भी स्पीच दिये. मंच संचालन निहारिका सिंह ने किया. मौके पर छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया.
सेमिनार के बाद कुलपति व कुल सचिव ने कॉलेज के नये गर्ल्स कॉमन रूम, प्ले ग्राउंड व कम्युनिटी कॉलेज का भी मुआयना किया.
अंगरेजी में संबोधित करने वालों की खिंचाई
कार्यक्रम में पूर्व सांसद सह कॉलेज की व्याख्याता प्रो. रीता वर्मा ने अंगरेजी में सेमिनार को संबोधित करने वाले वक्ताओं की आलोचना की. कहा कि उन्हें खुशी है कि अभाविप के कार्यकर्ताओं ने ऐसी परंपरा पर आपत्ति जतायी.
‘प्रभात खबर’ में मैंने भी किया है काम
कुलपति डॉ शरण ने बताया कि ‘प्रभात खबर’ अखबार में मैंने भी डेस्क पर काम किया है. इसलिए अखबार वालों की परेशानी को नजदीक से देखा है.