पीएमसीएच: जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा चरमरायी, परेशानी व्यवस्था को फिक्र नहीं, छटपटाते रहे मरीज

धनबाद : पीएमसीएच के इंटर्न व जूनियर डॉक्टरों ने सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंच कर सबसे पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिया. इसके बाद ओपीडी को पूरी तरह से ठप रखा, जो शाम तक जारी रहा. वे हमलावरों की गिरफ्तारी व अस्पताल परिसर में पुलिस कैंप खोले के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टरों की सुरक्षा की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2017 9:01 AM
धनबाद : पीएमसीएच के इंटर्न व जूनियर डॉक्टरों ने सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंच कर सबसे पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद करा दिया. इसके बाद ओपीडी को पूरी तरह से ठप रखा, जो शाम तक जारी रहा. वे हमलावरों की गिरफ्तारी व अस्पताल परिसर में पुलिस कैंप खोले के साथ-साथ अस्पताल के डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग कर रहे थे.
अस्पताल के मुख्य गेट पर प्रदर्शन : इंटर्न व जूनियर डॉक्टरों ने पीएमसीएच अस्पताल के मुख्य गेट के समक्ष प्रदर्शन किया. वक्ताओं ने कहा कि आये दिन चिकित्सकों के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार की घटना हो रही है, बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती. पिछले तीन दिनों से एेसी घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिला प्रशासन सुरक्षा की गारंटी ले. पीएमसीएच परिसर में पुलिस कैंप खोला जाये व इंटर्न पर हमला करने वालों की अविलंब गिरफ्तारी हो, अन्यथा हड़ताल जारी रहेगी.
429 मरीजों का हुआ रजिस्ट्रेशन : अमूमन पीएमसीएच में 15 सौ मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण शाम पांच बजे तक मात्र 429 मरीजों आ ही रजिस्ट्रेशन हुआ. सैकड़ों मरीज बिना रजिस्ट्रेशन व इलाज के बैरंग लौट गये. जूनियर डॉक्टर सुबह 10 बजे ही पीएमसीएच के रजिस्ट्रेशन काउंटर पहुंच गये और रजिस्ट्रेशन को बंद करा दिया. इसके बाद दोपहर दो बजे के बाद दुबारा रजिस्ट्रेशन चालू हो सका.
इमरजेंसी विभाग में भी हड़ताल का असर : हड़ताल का असर पीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में भी देखने को मिला. सुबह पांच बजे से शाम पांच बजे तक मात्र 10 मरीज ही एडमिट हुए, जबकि औसतन 55-60 मरीज भरती होते हैं. अस्पताल कर्मियों की मानें तो इमरजेंसी में जो भी मरीज एडमिट हुए हैं, उन्हें 10 बजे के पहले ही भरती कराया गया है.10 बजे के बाद मात्र दो ही मरीज भरती हुए हैं.

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