डीसी रेललाइन पर बोले हेमंत- जनता ने कंधों पर बिठाया, जमीन पर पटकना भी जानती है
कतरास (धनबाद): राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि यह सरकार ऐसी है, जोसामान्य तरीके सेनहीं सुनती है. अगर सदन में हमारी बातों को नहीं सुना गया, तो हुजत करना पड़ेगा. मगर आपकी मांगों को पटल में रखेंगे.झामुमो के कार्यकारी अध्यक्षहेमंत सोरेन धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन बंदकिये जाने के […]
कतरास (धनबाद): राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि यह सरकार ऐसी है, जोसामान्य तरीके सेनहीं सुनती है. अगर सदन में हमारी बातों को नहीं सुना गया, तो हुजत करना पड़ेगा. मगर आपकी मांगों को पटल में रखेंगे.झामुमो के कार्यकारी अध्यक्षहेमंत सोरेन धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन बंदकिये जाने के खिलाफ स्टेशन रोड कतरास में चल रहे पार्षद विनोद गोस्वामी के महाधरने को संबोधित करने पहुंचे थे और इसी दौरान उन्होंने यह बात कही. पार्षद का धरना सोमवार को 24 वें दिन भी जारी रहा.
धरना स्थल पहुंचने से पूर्व थाना चौक पर झामुमो समर्थक व कतरास के नागरिकों नेहेमंत सोरेन का जोरदार स्वागत किया. पूर्व सीएम ने कहा कि स्थानीय सांसद व विधायक पर तरस आता है. क्या वे ऊपर से चुनकर आये हैं. जनता ने उन्हें कंधे पर बिठाया है, तो जमीन पर पटकना भी जानती है. उन्होंने कहा कि कोयलांचल के लोग अपनी मांग को लेकर पिछले एक माह से आंदोलन कर रहे हैं. मगर सरकार के कान में बात तक नहीं पहुंची है. कोयलांचल का इतिहास रहा है कि यहां कोयले का अपार भंडार है.
उस अकूत संपत्ति को लूटने के लिए ही एक सोची-समझी साजिश कर डीसी रेल लाइन को बंद कर दिया गया है. झारखंड में प्राकृति के अन्य संसाधन भी भरे पड़े हैं, तो क्या कल इस संपत्ति को लूटने केलिए झारखंड को तहस-नहस कर दिया जायेगा. हमने लड़कर झारखंड को लिया है. इसे बर्बाद नहीं करने देंगे. धनबाद को गड्ढे में तब्दील करने केलिए बीसीसीएल लगी है.
धनबाद को उजाड़ कर यहां के कोयले के भंडार को लूट लिया जायेगा. यहां सिर्फ टापू बचेगा. इसलिए संगठित हो जायें और इस सरकार के खिलाफ तेज और धारधार आंदोलन कर सड़क पर उतरें. उन्होंने कहा कि डीसी रेल लाइन में कई बार सफर करने का उन्हें मौका मिला है. यह रेल लाइन ना सिर्फ कोयलांचल बल्कि दूसरे प्रांत को भी जोड़ती है. किंतु सिर्फ कोयला निकालने केलिए अचानक से इसे बंद कर दिया गया. यह सरासर अन्याय है. उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार को जनसरोकार से कोई मतलब नहीं है. मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान व महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पा रही है. रोजगार उपलब्ध नहीं कर पा रही है. छोटे-छोटे लोग रोजगार कर रहे हैं, तो उनके पेट में भी लात मार रही है.
एक गुजरात का दूसरे हमारे राज्य का व्यापारी सरकार चला रहा है. दोनों के काम एक ही जैसे हैं.हेमंत सोरेन ने कहा कि शर्म करे सरकार. अगर सरकार में जरा-सा भी नैतिकता बची है, तो अविलंब डीसी रेल लाइन को चालू करें. पूर्व सीएम ने कहा कि दुनिया कहां से कहा पहुंच गयी. लोगोंके चांद, सूर्य पर जाने की बातें हो रही है और यहां आग बुझाने में सरकार ने हाथ उठा दिया है.
हेमंतसोरेनने कहा क्या रेलवे लाइन के नीचे लगी आग को बुझाया नहीं जा सकता है. लेकिन सरकार में इच्छाशक्ति की कमी है. उन्हें जनता से नहीं, बल्कि कोयले से मतलब है.हेमंत सोरेन ने कहा कि डीसी रेल लाइन के मामले को लेकर वे अपने राज्य सभा, लोकसभा के सांसद व विधानसभा में आवाज को बुलंद करवायेंगे. इस आंदोलन में झामुमो यहां की जनता के साथ है. जब-भी जरूरत पड़े, एक आवाज दें वे हमेशा आंदोलनकारियों के साथ खड़े रहेंगे.हेमंत सोरेन ने कहा कि इस सरकार के क्रियाकलापों के लिए पार्टी हरेक प्रखंड में सम्मेलन कर रही है. यह 2019 की तैयारी है. जनता जाग जाये. भाजपा की सरकार ने क्या-क्या देखा यह सब आपके सामने है.
सभा को पार्षद विनोद गोस्वामी, पूर्व बियाडाध्यक्ष विजय कुमार झा, पूर्व विधायक ओपी लाल ने संबोधित किया. मौके पर झामुमो जिलाध्यक्ष रमेश टुडू, पवन महतो, राजेंद्र प्रसाद राजा, सुरेंद्र सिंह, सच्चिदानंद सिंह, रामबचन पासवान, मो. शौकत, मो. परवेज इकबाल, नरेश दास, मुखिया सुरेश कुमार महतो, कंचन महतो, योगेंद्र गोस्वामी, अशोक चौरसिया, शिवेश विश्वकर्मा, मो. शदाब, विनय वर्मन, गुड़िया खातून, मोना महतो, मंजू अग्रवाल आदि दर्जनों थे.
काफिला से हुआ जाम
हेमंत सोरेन का काफिला दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर कतरास थाना चौक पहुंच गया.उसी वक्त स्कूली वाहन सहित अन्य वाहन भी आ गये. इससे कुछ देर के लिए जाम लग गया.हेमंत सोरेन के आने की सूचना पर कतरास पुलिस सतर्क हो गयी. थानेदार सुषमा कुमारी अपने दल-बल के साथ सुरक्षा में तैनात हो गयीं. भारी बारिश के बाद भी लोगहेमंत सोरेने का भाषण सुनने के लिए डटे रहे.