पैथोलॉजी में 20 दिनों से मशीन खराब

धनबाद. पीएमसीएच के पैथोलॉजी विभाग में 20 दिनों से ऑटो इन लाइजर मशीन खराब है. इस कारण सुगर समेत लगभग 50 तरह की जांच बंद है. मशीन बंद होने के कारण इसका असर आम गरीब लोगों पर पड़ने लगा है. मरीजों को पैथोलॉजी जांच के लिए पीपीपी मोड़ पर चल रहे एसआरएल या निजी जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2017 11:15 AM
धनबाद. पीएमसीएच के पैथोलॉजी विभाग में 20 दिनों से ऑटो इन लाइजर मशीन खराब है. इस कारण सुगर समेत लगभग 50 तरह की जांच बंद है. मशीन बंद होने के कारण इसका असर आम गरीब लोगों पर पड़ने लगा है. मरीजों को पैथोलॉजी जांच के लिए पीपीपी मोड़ पर चल रहे एसआरएल या निजी जांच घरों की ओर रुख करना पड़ रहा है. औसतन पैथोलॉजी में हर दिन दो से 250 सौ मरीजों की जांच होती है. लेकिन सेवा बंद होने से दूर-दराज से आने वाले गरीब मरीजों को खासी परेशानी हो रही है. पैथोलॉजी में सुगर, लिपिड प्रोफाइल, किडनी प्रोफाइल, यूरिक एसिड सहित करीब 50 जांच प्रभावित हो गयी है.
30 लाख की मशीन एक वर्ष में आठ बार खराब : पैथोलॉजी में लगायी गयी ऑटो इन लाइजर मशीन की कीमत लगभग 30 लाख रुपये है. बताया जाता है कि एक वर्ष में यह मशीन आठ बार खराब हो चुकी है. हर बार मरम्मत के लिए एजेंसी को चार्ज भी देना पड़ता है. कुछ लोग जहां मशीन की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं, तो एजेंसी के लोग सहीं से ऑपरेटिंग नहीं करने की बात कह रहे हैं.
डॉक्टर देख भागा निजी जांच घरों का बिचौलिया : मशीन खराब होने के बाद निजी जांच घरों के लोगों में सक्रियता बढ़ गयी है. निजी जांच घरों के बिचौलिया पीएमसीएच में घूम-घूम कर भर्ती मरीजों का सैंपल ले रहे हैं. अस्पताल में भरती एक मरीज का बाहरी जांच घर के कुछ लोग सैंपल संग्रह कर रहे थे. सभी एक चिकित्सक वहां पहुंच गये, उन्होंने मोबाइल से फोटो ले लिया. यह देखते ही निजी जांच घर के लोग रफू चक्कर हो गये.
मशीन खराब होने को लेकर संबंधित एजेंसी से कहा गया है. बिचौलियों पर नकेल कसी जा रही है. लोग जागरूक बनें, अस्पताल को सूचना दें. मरीजों को परेशानी नहीं होने दी जायेगी.
डॉ विकास राणा, प्रवक्ता, पीएमसीएच.

Next Article

Exit mobile version