अंधेरगर्दी: न्यू सुगियाडीह में स्वच्छ भारत अभियान का उड़ रहा है मखौल, घर है न आबादी, बना दिये शौचालय

धनबाद; शौचालय के नाम पर कैसे सरकारी पैसे की लूट हो रही है, इसका उदाहरण है वार्ड नंबर 23 की न्यू सुगियाडीह बस्ती. यहां न आवास है और न ही आबादी. परती जमीन पर सरकारी फंड से दर्जनों शौचालय बना दिये गये. यही नहीं एक प्लॉट पर तीन-तीन शौचालय भी देखने को मिलेंगे. ऐसी बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2017 9:52 AM
धनबाद; शौचालय के नाम पर कैसे सरकारी पैसे की लूट हो रही है, इसका उदाहरण है वार्ड नंबर 23 की न्यू सुगियाडीह बस्ती. यहां न आवास है और न ही आबादी. परती जमीन पर सरकारी फंड से दर्जनों शौचालय बना दिये गये. यही नहीं एक प्लॉट पर तीन-तीन शौचालय भी देखने को मिलेंगे. ऐसी बात नहीं कि निगम के आला अधिकारी को इसकी जानकारी नहीं है. निगम अधिकारी की सांठगांठ से ही शौचालय के नाम पर सरकारी पैसे की जमकर लूट हो रही है.
बताते चलें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत निगम क्षेत्र में 60 हजार शौचालय बनने हैं. अब तक 30500 शौचालय बन चुके हैं. एक परिवार के दो से तीन लोगों के नाम होने के कारण पांच हजार लाभुकों के नाम डिलीट किये गये हैं. जांच चल रही है, कुछ और लाभुकों का नाम डिलीट होंगे.
वार्ड नंबर 23 में बनने हैं 310 शौचालय
वार्ड नंबर 23 में 388 लाभुकों के आवेदन आये थे. जांच के क्रम में लगभग 78 लाभुकों का नाम काटा गया. अब तक 288 शौचालय बन चुके हैं. शेष शौचालय पर काम चल रहा है. वार्ड नंबर 23 में कोलाकुसमा, सावलपुर, चाणक्य नगर, तपोवन कॉलोनी, न्यू सुगियाडीह आदि क्षेत्र आते हैं.
कुछ लोगों का परती जमीन पर शौचालय बना है. उनलोगों की यहां जमीन है. वे भाड़ा के घर में रहते हैं. शौचालय के लिए आवेदन दिये थे, इसलिए बनवा दिया. फील्ड कोर्डिनेटर ने भी स्पॉट की जांच की थी. नगर निगम ने लाभुक के आवेदन की स्वीकृति दी. इसमें मैं क्या कर सकती हूं.
पुष्पा देवी, पार्षद
सरकार शौचालय बना कर दे रही है ताकि लोग खुले में शौच न जायें. अगर आवास है ही नहीं और शौचालय बना दिया गया है तो निश्चित रूप से गलत हुआ है. न्यू सुगियाडीह में बने शौचालय की जांच की जायेगी. जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
कृष्ण कुमार, सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम

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