मेरी टक्कर किसी से नहीं : डॉ हेमलता

धनबाद: आजसू प्रत्याशी डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा कि इस बार परिवर्तन की लड़ाई है. 14 सालों में धनबाद सहित इस राज्य का विकास नहीं हुआ. मैं संसद पहुंची तो इन मुद्दों को पूरी मुस्तैदी के साथ उठाउंगी. श्रीमती मोहन नामांकन दाखिल करने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा : […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2014 10:00 AM

धनबाद: आजसू प्रत्याशी डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा कि इस बार परिवर्तन की लड़ाई है. 14 सालों में धनबाद सहित इस राज्य का विकास नहीं हुआ. मैं संसद पहुंची तो इन मुद्दों को पूरी मुस्तैदी के साथ उठाउंगी.

श्रीमती मोहन नामांकन दाखिल करने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा : मेरी टक्कर किसी से नहीं है. मैं अपने काम पर विश्वास करती हूं. मेरा बैकग्राउंड और काम करने के स्टाइल पर लोग मुङो वोट देंगे. आजसू पहली पार्टी है जिसने अपना उम्मीदवार किसी महिला को बनाया है. मेरे साथ जहां महिलाएं हैं वहीं युवाओं का जोश भी है.

आजसू प्रत्याशी के नामांकन के मौके पर पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो के भी आने की खबर थी. कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष मंटू महतो एवं महानगर अध्यक्ष अजय नारायण लाल के नेतृत्व में कंबाइंड बिल्डिंग के पास 11 बजे से ही खड़े थे. लेकिन बाद में श्री महतो का कार्यक्रम स्थगित हो गया. थोड़ी देर बाद प्रत्याशी डॉ हेमलता का फोन आया कि वे भी बैंक मोड़ तक आ चुकी हैं. तब तक 12 बज चुके थे. सिटी सेंटर में उपस्थित लोगों ने कहा कि 12 बजे नामांकन के लिए समय दिया गया है.

इसलिए वे लोग सीधे समाहरणालय ही पहुंचे ओर ये लोग पैदल ही सिटी सेंटर से गांधी सेवा सदन होते हुए समाहरणालय पहुंच गये. थोड़ी ही देर में डॉ हेमलता भी चंदन कियारी विधायक उमाकांत रजक के साथ वहां पहुंची. उस वक्त आनंद महतो नामांकन कर रहे थे, तब तक उनलोगों के समाहरणालय के गेट पर खड़ा रहना पड़ा. डॉ हेमलता नामांकन करने के बाद पौने दो बजे समाहरणालय से निकली और वहां से पैदल रणधीर वर्मा चौक तक गयी. वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया फिर बोकारो के लिए निकल गयी. मौके पर जिला परिषद सदस्य सुमिता दास, पार्षद इम्तियाज, रतिलाल महतो, कुल्लू चौधरी सहित अन्य लोग थे. नामांकन के समय आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो तो नहीं आये,अलबत्ता नामांकन करने जब डॉ हेमलता समाहरणालय पहुंच गयीं तो पूर्व मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी धनबाद के प्रभारी अरूप चटर्जी के साथ आये . कुछ देर रुके फिर तुरंत लौट गये. श्री चौधरी ने बताया कि जो परमिशन लिया गया था , उसका समय खत्म हो रहा था. इसलिए तुरंत लौटना पड़ रहा है. वरना आचार संहिता का उल्लंघन हो जाता.

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