आतंक राज: गया एंड ब्रदर्स की दबंगई से नेपाली धौड़ा में दहशत, कई युवकों ने मुहल्ला छोड़ा, ताकती रही पुलिस, चलती रहीं गोलियां
धनबाद : नेपाली धौड़ा के लोगों ने नाम व फोटो नहीं छापने की शर्त पर कहा : मजदूरी मांगने वालाें पर भी गोली व बम चलेगा तो लोग कैसे जीयेंगे. हमलोग तो यहीं जनम लिये हैं. मजदूरी कर के खाते हैं. किसी से अांख उठाकर बोलते तक नहीं है. मनोहर बोला था कि अब यहीं […]
धनबाद : नेपाली धौड़ा के लोगों ने नाम व फोटो नहीं छापने की शर्त पर कहा : मजदूरी मांगने वालाें पर भी गोली व बम चलेगा तो लोग कैसे जीयेंगे. हमलोग तो यहीं जनम लिये हैं. मजदूरी कर के खाते हैं. किसी से अांख उठाकर बोलते तक नहीं है. मनोहर बोला था कि अब यहीं पर काम मिलेगा. विधायक ढुलू महतो अॉफिसर से बात किये हैं.
महज पत्थर चुनने की भी आजादी नहीं
कोयला से पत्थर चुनेंगें. पत्थर चुनने के बदले मजदूरी मिलेगी. इसीलिए हमलोग धरना दे रहे थे. अापस में ही चंदा कर टेंट व कुरसी लायी थी. भाग कर जान बचाये वरना जान ही मार देते गया सिंह के लोग. गया सिंह व उसका भाई का सब खेल है. दोनों भाई हथियार के बल पर गरीब के पेट में लात मार रहे हैं. घर में घुसकर कट्टा दिखा रहा था. पुलिस वाले सब चुपचाप थे. पकड़ने के बदले सबको भागने-भागने को कह रहे थे.
…गया सिंह के आदमी खोज-खोज कर मारेंगे
नाम पूछने पर पीड़ितों ने बताया कि नाम व चेहरा दिखाने से भी अब डर लगता है. गया सिंह के आदमी खोज-खोज कर हम लोगों को मारेंगे. बताया कि कई युवक तो डर से धौड़ा छोड़ कर दूसरी जगह रह रहे हैं. पुलिस गया एंड ब्रदर्श के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है. गया के कारण मजदूरों की रोजी-रोटी पर आफत आ गयी है. बीएनआर में बाहरी लोगों को लाकर रखवाया गया है. स्थानीय लोगों की अनदेखी हो रही है.
अवैध कमाई है विवाद की जड़
बीसीसीएल की धनसार व राजापुर कोलियरी से बीएनआर साइडिंग में कोयला आता है. साइडिंग से रैक से पेलोडर से लोडिंग कर कोयले को पावर प्लांट व अन्य जगहों पर भेजा जाता है. ट्रांसपोर्टिंग का काम जीटीएस कंपनी को मिला है. ट्रांसपोर्टर को सिंह मैंशन व रघुकुल का करीबी माना जाता है. पूर्व में साइडिंग में एक सीएचपी था, जहां काम करने वाले प्राय: सभी मजदूर जमसं समर्थक थे. एक और सीएचपी लगाया गया है. साइडिंग के बगल में नेपाली धौड़ा के लोग सीएचपी में काम मांग रहे हैं. स्थानीय लोगों ने नियोजन के लिए मनोहर पासवान के नेतृत्व में एटक के बैनर तले आंदोलन कर रहे हैं. बाघमारा विधायक सह एटक सचिव ढुलू महतो ने जीएम समेत अन्य अधिकारियों को भी पहले पत्र लिख कर इस संबंध में उचित निर्णय लेने के लिए पत्र लिखा था. एटक का आरोप है कि ट्रांसपोर्टर को पिकिंग का पैसा दिया जा रहा है. बीसीसएल की मशीन से पत्थर चूर कर कोयले को पावर प्लांट भेजा जा रहा है. एटक स्थानीय लोगों का नियोजन चाहता है. प्रबंधन व ट्रांसपोर्टर का कहना है कि पिकिंग चार्ज कंपनी की ओर से नहीं मिलता है.
नियोजन की मांग को लेर धरना दे रहे थे स्थानीय लोग
केंदुआ. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बीएनआर साइडिंग के सीएचपी में स्थानीय लोगों के नियोजन देने की मांग को लेकर एटक से संबंधित यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के बैनर तले स्थानीय लोगों ने ट्रांसपोर्टिंग व रैक लोडिंग को ठप कर दिया था. धरनार्थियों की संख्या लगभग एक सौ थी. विधायक ढुलू महतो इस यूनियन के सचिव हैं. सीआइएसएफ चेकपोस्ट के सामने टेंट लगा कर एटक समर्थक बैठ कर नारेबाजी कर रहे थे. इस दौैरान कोयला लदे हाइवा की लाइन लग गयी थी. हाइवा साइडिंग तक नहीं पहुंच रहे थे. एटक का झंडा व बैनर टंगा हुआ था. आंदोलन का नेतृत्व यूकोवयू नेता मनोहर पासवान कर रहे थे. बगल में धरना पर बैठे लोगों के लिए खाना बनाया जा रहा था. माइक व साउंड बॉक्स टेंट में लगाये गये थे. केंदुआडीह थाना से एक एएसआइ के नेतृत्व में चार सशस्त्र बल की तैनाती मौके पर की गयी थी.
वार्ता विफल होने के बाद दिया जा रहा था धरना
एटक के बैनर तले ढुलू समर्थक मनोहर पासवान ने समर्थकों के साथ धनसार व राजपुर से बीएनआर साइडिंग होनेवाली ट्रांसपोर्टिंग को रोक एटक का झंडा साइडिंग से लेकर नेपाली धौड़ा स्थित सीआइएसएफ चेकपोस्ट तक लगा दिया था. अनश्चितिकालीन बंदी का एलान कर दिया था. बीसीसीएल प्रबंधन व ट्रांसपोर्टिंग कंपनी से मांग पत्र को लेकर कई बार वार्ता हुई. लेकिन, वार्ता विफल होने के बाद बाध्य होकर आज बेमियादी आंदोलन शुरू किया गया था. दूसरी ओर जमसं ( कुंती गुट) समर्थित बीएनआर साइडिंग में पहले से सेल पिकिंग करनेवाले मजदूरों का कहना था कि साइडिंग बंदी से हमलोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन हो रही है. पिछले डेढ़ माह से ट्रांसपोर्टिंग कंपनी का कार्य टेंडर समाप्त होने के कारण बंद थी. नया टेंडर होने के बाद कुछ दिनों पहले ही ट्रांसपोर्टिंग कार्य शुरू हुआ है.
अचानक धरनास्थल पर किया गया जानलेवा हमला
मनोहर का आरोप है कि सवा एक बजे जमसं कुंती गुट के गया प्रताप सिंह, शैलेंद्र सिंह (पार्षद), गोलू रवानी समेत 40-50 लोग बम व गोली के साथ धरनास्थल पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए फायरिंग करने लगे. इससे यहां अफरातफरी मच गयी. जमसं समर्थकों ने धरना दे रहे लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. टेंट के साथ रखे सामानों को भी तोड़ दिया गया. मौके पर तैनात पुलिस उपद्रवियों को रोकने के बजाय भागने को कह रही थी. इसी दौरान धरना पर बैठे शफीक अंसारी को गोली लगी है, जिसका पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. एक अन्य को भी गोली लगी है. मारपीट में कई जख्मी हुए हैं. कुंती गुट की ओर से मंजू देवी ने एटक समर्थकों पर जबरन काम बंद कराने, गाली-गलौज व दुर्व्यवहार करने, गोली व बम चलाने का आरोप लगाया है. मंजू ने मामले में केंदुआडीह थाना में शिकायत दर्ज करायी है.
दरवाजा बंद कर महिलाओं ने बचायी लाज
गोली व बम चलनेवाले लोगों ने स्थानीय महिलाओं को भी गालियां देते हुए बतमीजी की. स्थानीय महिलाओं ने बताया कि गोलियों की आवाज लगातार आ रही थी. उपद्रवियों से बचने के लिए सभी अपने-अपने घरों का दरवाजा बंद कर दुबक गये.