बोकारो: नोटबंदी के बाद बाजार में 10 रुपये के नकली सिक्का की अफवाह उड़ी थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने बाकायदा इस संबंध में सूचना जारी की थी कि सिक्का स्वीकार नहीं करने वाले दुकानदार व ग्राहक पर कार्रवाई की जायेगी. अभी यह मामला पूरी तरह से साफ भी नहीं हुआ था कि बाजार में एक रुपये का सिक्काें के नकली होने का अफवाह गरम हो गयी है. छोटे दुकानदार एक रुपया का सिक्का लेने से इनकार कर रहे हैं. बाजार में दो तरह का एक का सिक्का प्रचलन में है.
एक सिक्का पर थम्स अप का प्रतीक है, जबकि दूसरे सिक्का में सत्यमेव जयते व अशोक स्तंभ का ऊपरी हिस्सा मौजूद है. दोनों सिक्का के आकार में अंतर है. अशोक स्तंभ व सत्यमेव जयते वाला सिक्का का आकार छोटा है. दुकानदार छोटे आकार वाले सिक्का को नकली कहकर लेने से इनकार कर रहे हैं. दुकानदारों का मानना है कि बड़े साहूकार यह सिक्का नहीं ले रहे हैं. साथ ही बैंक भी सिक्का लेने से इनकार कर रहा है.
बिना प्रिंट का सिक्का बाजार में
नकली सिक्का वाली बात को बिना प्रिंट किया सिक्का सपोर्ट कर रहा है. बाजार में कुछ ऐसे सिक्के मिले हैं, जिसमें अंक व प्रतीक प्रिंट नहीं है. 10 व एक रुपया का बिना प्रिंट वाला सिक्का बाजार में गाहे बगाहे लोगों तक पहुंच रहा है. खास कर सब्जी बाजार में ऐसा सिक्का मिल रहा है. खुदरा पैसा के साथ ऐसे सिक्का को खपाने की कोशिश हो रही है. प्रभात खबर को सोमवार को ऐसे ही दो सिक्का मिला. जो बिना प्रिंट का था.