एचआइवी पीड़ितों की दवा खत्म, सांसत में जान
धनबाद : पीएमसीएच के एंटी रिट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी सेंटर) में एसआइवी पीड़ितों की दवा खत्म हो गयी है. दवा का स्टोर खाली होने से हर दिन हंगामा होने लगा है. दूर-दराज से आये मरीजों को बिना दवा के ही लौटना पड़ रहा है. गुरुवार को दवा नहीं मिलने पर मरीजों ने हो-हल्ला किया. दवा नहीं […]
धनबाद : पीएमसीएच के एंटी रिट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी सेंटर) में एसआइवी पीड़ितों की दवा खत्म हो गयी है. दवा का स्टोर खाली होने से हर दिन हंगामा होने लगा है.
दूर-दराज से आये मरीजों को बिना दवा के ही लौटना पड़ रहा है. गुरुवार को दवा नहीं मिलने पर मरीजों ने हो-हल्ला किया. दवा नहीं होने के कारण सेंटर में चिकित्सक भी नहीं बैठ रहे हैं. इस कारण मरीजों को परेशानी होने लगी है. इधर, दवा का स्टॉक खत्म होने से पीएमसीएच से एक वाहन हजारीबाग भेजा गया है. क्षेत्रीय सेंटर से कम से कम चार माह की दवा की मांग की गयी है.
जीएसटी के कारण नहीं आयी नयी दवा : जीएसटी के कारण डेढ़ माह से पीएमसीएच में नयी दवा नहीं आयी है. जीएसटी के कारण केंद्र व राज्य स्तर के कई टेंडर रद्द हो गये हैं. पुरानी दवा से ही किसी तरह काम चलाया जा रहा था. दवा की कमी को देखते हुए मुख्यालय के पदाधिकारियों ने दो माह की जगह पंद्रह दिनों की दवा ही मरीजों को देने का निर्देश दिया था. इसके बाद मरीजों को 15 दिनों की दवा दी जा रही थी. जब यह दवा का स्टॉक भी खत्म हो गया है.
900 एचआइवी पीड़ित धनबाद आते हैं दवा लेने
पीएमसीएच के एआरटी सेंटर से धनबाद, गिरिडीह, बोकारो, देवघर, जामताड़ा, कोडरमा सहित अन्य जिलों से प्रति माह करीब 900 मरीज दवा के लिए आते हैं. इन मरीजों को प्रति माह 13 सौ टेबलेट की जरूरत होती है. लेकिन पिछले दिनों तक मुख्यालय से प्रति माह मात्र 56 सौ टेबलेट ही आ रहे थे. अब दवा का स्टॉक खत्म हो गया है. वहीं एचआइवी की दवा कई ब्रांडेड कंपनियां बनाती है. लेकिन बाजार में इसकी कीमत काफी अधिक है, ऐसे में हर मरीजों के लिए बाहर से दवा खरीदना बस की बात नहीं है.
जीएसटी की वजह से नयी दवा नहीं आ पायी है, हालांकि एआरटी में जल्द दवा लायी जा रही है. मरीजों को लौटने नहीं दिया जायेगा.
डॉ विकास राणा, प्रवक्ता, पीएमसीएच.