जगह-जगह नशे का सामान बर्बाद हो रहे बच्चे-नौजवान

धनबाद:नशे के सौदागर धनबाद में भी पांव पसार रहे हैं. इसके शिकार होकर लोग नशे का गुलाम बनते जा रहे हैं. खासकर युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आकर अपना भविष्य चौपट कर रहा है. शुरुआत में तो सबकुछ सामान्य रहता है, परंतु बाद में परिजनों को इसका पता चलता है. सरायढेला क्षेत्र के कार्मिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2017 10:54 AM
धनबाद:नशे के सौदागर धनबाद में भी पांव पसार रहे हैं. इसके शिकार होकर लोग नशे का गुलाम बनते जा रहे हैं. खासकर युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आकर अपना भविष्य चौपट कर रहा है. शुरुआत में तो सबकुछ सामान्य रहता है, परंतु बाद में परिजनों को इसका पता चलता है. सरायढेला क्षेत्र के कार्मिक नगर निवासी एक छात्र के माता-पिता जब उसके चिड़चिड़ेपन की वजह से उसे पीएमसीएच लेकर गये तो पता चला कि नशे का आदि हो गया है. यहां ओएसटी केंद्र (नशा विमुक्ति केंद्र) में अभी उसका इलाज चल रहा है और उसकी सेहत में सुधार है. ओएसटी केंद्र के डाॅक्टर विकास राणा ने बताया कि छात्र डेंड्राइड का नशा करता है. उन्होंने बताया कि नाको के अंतर्गत पीएमसीएच में 26 दिसंबर 2014 में खोले गये नशा विमुक्ति केंद्र में अब तक 2636 लोगों का इलाज किया जा चुका है.
इनमें 995 टीनएजर भी शामिल हैं. हेरोइन और ब्राउन शुगर की आदी कई महिलाएं भी अपना इलाज करा चुकी है. उन्होंने बताया कि केंद्र में हर माह 50 से 60 मरीज आ रहे है.
करोड़ों का है कारोबार : धनबाद में हर माह विभिन्न तरीके से लगभग एक करोड़ रुपये का नशीला पदार्थ धनबाद के शहरी इलाकों में खपाया जा रहा है. बीच-बीच में पुलिस नशे के कारोबारियों को गिरफ्तार करती है मगर छुट जाने के बाद वह फिर से यही काम करते हैं. कुछ समय पूर्व ही स्टील गेट स्थित एक पूजा दुकान में छापामारी कर लाखों रुपये के गांजा बरामद किया गया था.

दिल्ली-हरियाणा से लायी जा रही हेरोइन : 2015 में 200 पुड़िया हेरोइन के साथ मटकुरिया से पकड़े गये शहबाज खान ने पुलिस को बताया था कि धनबाद में दिल्ली और हरियाणा से हेरोइन लायी जाती है. पहले यह बंगाल और बिहार में ही लाया जाता था. धनबाद में सबसे ज्यादा खपत हेरोइन और गांजा की है.

कब-कब पकड़ाये नशे के सौदागर : 15 नवंबर 2014 को छाई गद्दा के पास पांडरपाला का फिरोज व झरिया के पिंटु को पुलिस ने हेरोइन बेचते पकड़ा था. 11 अगस्त 2015 को राजगंज पुलिस ने 25 लाख का गांजा पकड़ा था. 27 जुलाई 2015 को लाखों रुपये का ब्राउन शुगर के साथ मटकुरिया का शहबाज खान पुलिस के हत्थे चढ़ा था. 5 फरवरी 2015 को गोविंदपुर पुलिस ने 12 लाख का गांजा पकड़ा था. 22 अगस्त 2014 को पुराना बाजार का लखन साव 200 पुड़िया हेरोइन के साथ पकड़ा गया था.
कहां -कहां चल रहा धंधा : धनबाद स्टेशन के करीब स्थित पांडरपाला में नशे का धंधा जोरों पर है. यहां पुरुष के अलावा महिलाएं भी हेरोइन बेचती हैं. सरायढेला के स्टीलगेट, कोलाकुसमा, करमाटांड़ आदि जगह पर गांजा धड़ल्ले से बिकता है. केंदुआ व गोधर में भी गांजा और हेरोइन बेची जा रही है. पुराना बाजार और टिकियापाड़ा में भी यह धंधा खूब फल-फूल रहा है.

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