डीएसडब्ल्यू ने की नशापान मामले की जांच
धनबाद. विभावि के डीएसडब्ल्यू डॉ. राजेश प्रसाद ने मंगलवार को इंटर वॉलीबॉल टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के गांजा पीते हुए पकड़े जाने के मामले की जांच-पड़ताल की. डीएसडब्ल्यू डॉ. प्रसाद ने दो टीम संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग व आरवीएस कॉलेज चास के खिलाड़ियों के ठहरने वाले स्थल हीरापुर स्थित बबलू धर्मशाला में जाकर जांच की. पीके […]
धनबाद. विभावि के डीएसडब्ल्यू डॉ. राजेश प्रसाद ने मंगलवार को इंटर वॉलीबॉल टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के गांजा पीते हुए पकड़े जाने के मामले की जांच-पड़ताल की. डीएसडब्ल्यू डॉ. प्रसाद ने दो टीम संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग व आरवीएस कॉलेज चास के खिलाड़ियों के ठहरने वाले स्थल हीरापुर स्थित बबलू धर्मशाला में जाकर जांच की.
पीके राय कॉलेज के टीम मैनेजर प्रो. अमूल्य सुमन बेक ने उनसे मुलाकात कर सारी बातों की जानकारी दी. वैसे टूर्नामेंट के मेजबान पीके राय कॉलेज प्रबंधन की आेर से खिलाड़ियों के ठहरे वाले कमरे का फोटो सहित वहां की व्यवस्था संबंधी तमाम रिपोर्ट विभावि को भेजी जा चुकी है.
दोनों टीमों के मैनेजर धर्मशाला में नहीं थे : घटना के समय संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग के टीम मैनेजर अशोक कुमार सिंह बबलू धर्मशाला में नहीं थे. वह सेलेक्टर के साथ दूसरी जगह ठहरे हुए थे. जबकि आरवीएस कॉलेज चास के टीम मैनेजर महेश सिंह मैच खत्म होने के बाद वापस चास लौट गये थे. पकड़े जाने के बाद पीके राय के टीम मैनेजर प्रो बेक को धमकी भी दी गयी थी. कहा गया था कि अगर यही हरकत रही तो आगे आपके साथ भी हजारीबाग में फुटबॉल टूर्नामेंट के समय वही सलूक होगा. डीएसडब्ल्यू डॉ. राजेश प्रसाद ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस मामले में उनके साथ पूरी तरह से न्याय होगा.