जेल आइजी ने सभी डीसी को भेजा पत्र, न्यूट्रल एजेंसी करेगी कारा कर्मियों की जांच
धनबाद: राज्य के सभी कारा में कार्यरत कर्मियों की जांच न्यूट्रल एजेंसी से कराने की तैयारी शुरू हो गयी है, ताकि जेल के अंदर किसी तरह के आपत्तिजनक सामान, मोबाइल आदि नहीं जा सके. राज्य के कारा महानिरीक्षक (जेल आइजी) प्रशांत कुमार ने सभी डीसी, एसपी को पत्र भेज कर सुझाव दिया है कि ड्यूटी […]
धनबाद: राज्य के सभी कारा में कार्यरत कर्मियों की जांच न्यूट्रल एजेंसी से कराने की तैयारी शुरू हो गयी है, ताकि जेल के अंदर किसी तरह के आपत्तिजनक सामान, मोबाइल आदि नहीं जा सके.
राज्य के कारा महानिरीक्षक (जेल आइजी) प्रशांत कुमार ने सभी डीसी, एसपी को पत्र भेज कर सुझाव दिया है कि ड्यूटी शुरू करते समय कारा के अंदर प्रवेश करने वाले कर्मियों की सूक्ष्मता से जांच करायी जाये. यह काम जेल अधिकारियों की बजाय किसी न्यूट्रल एजेंसी मसलन जैप, जिला आर्म्स पुलिस से कराने का सुझाव दिया गया है. जिन पुलिस कर्मियों को जांच ड्यूटी में लगाया जाये उन्हें भी हर दो माह पर बदलने को कहा गया है. एजेंसी का चयन डीसी, एसपी को ही करना है. जेल आइजी के अनुसार न्यूट्रल एजेंसी से जांच होने पर जेल के अंदर नशीले पदार्थ, मोबाइल या अन्य आपत्तिजनक सामान ले जाने की कोशिश कोई कर्मी नहीं करेंगे.
औचक निरीक्षण जारी रखें : जेल आइजी ने विभिन्न कारों में प्रशासन की ओर से कराये जा रहे छापामारी व औचक निरीक्षण को सराहते हुए इसे जारी रखने को कहा है. कहा कि इससे जेल के अंदर आपत्तिजनक सामान ले जाने की शिकायतों में कमी आयी है. जेल की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी की संख्या भी बढ़ायी जा रही है.
अब जेल के अंदर बाहर से कोई सामान सीधे बंदियों तक नहीं पहुंचायी जा सकती. इसलिए कारा कर्मियों की जांच न्यूट्रल एजेंसी से जरूरी है. जांच के लिए तैनाती रेंडम हो. साथ ही दो-दो माह के अंतराल पर ड्यूटी बदलने से पारदर्शिता बनी रहेगी.
प्रशांत कुमार, जेल आइजी.