15-20 की संख्या में इस गुट के हाइवा मालिक ट्रांसपोर्टिंग चालू कराने की मांग को लेकर निरसा थाना पहुंचे. इनका कहना था कि लेट पेमेंट व पेनाल्टी की समस्या केवल एक ट्रांसपोर्टर की नहीं है. एमपीएल में कार्यरत 8-10 ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के साथ यह समस्या है. इस पर पुलिस अधिकारी ने ट्रांसपोर्टिंग ठप करने वाले एसोसिएशन के एक पदाधिकारी को बुलाया.
दोनों पक्षों में बातचीत दौरान आपसी तू-तू, मैं-मैं मारपीट में बदल गयी. इस संबंध में निरसा थानेदार परमेश्वर प्रसाद से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. वहीं निरसा हाइवा परिवहन स्वावलंबी सहकारी समिति के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मारपीट नहीं हुई है. बैठक में बकझक हुई थी. थानेदार ने कुछ लोगों को डांट-फटकार भी लगायी. इधर, स्थानीय हाइवा एसोसिएशन के अध्यक्ष लालू ओझा ने कहा कि बैठक के दौरान मारपीट नहीं तू-तू, मैं-मैं हुई.