पड़ोसन को पोषण सखी बनने से रोकने पर, डीसी ऑफिस में पिटाये जिप अध्यक्ष

धनबाद: उपायुक्त कार्यालय सोमवार को रणक्षेत्र बन गया. करीब एक घंटे तक यहां पाॅलिटिकल ड्रामा चलता रहा. जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोरांई पिट गये. जिप अध्यक्ष एवं उनके पूर्व पीएस सह पड़ोसी गौतम दशौंधी के बीच मारपीट हो गयी. इससे पहले क्षुब्ध जिप अध्यक्ष ने केरोसिन छिड़क कर अात्मदाह का प्रयास किया. बाद में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2017 11:09 AM
धनबाद: उपायुक्त कार्यालय सोमवार को रणक्षेत्र बन गया. करीब एक घंटे तक यहां पाॅलिटिकल ड्रामा चलता रहा. जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोरांई पिट गये. जिप अध्यक्ष एवं उनके पूर्व पीएस सह पड़ोसी गौतम दशौंधी के बीच मारपीट हो गयी. इससे पहले क्षुब्ध जिप अध्यक्ष ने केरोसिन छिड़क कर अात्मदाह का प्रयास किया. बाद में उन्हें किसी तरह समझा-बुझा कर समाहरणालय से पुलिस सुरक्षा में बाहर भेजा गया.
क्या है मामला : जिला परिषद अध्यक्ष जिले के केलियासोल प्रखंड की पाथरकुअां पंचायत में रक्षा राय (पति गौतम दशौंधी) की पोषण सखी में बहाली का लंबे समय से विरोध कर रहे हैं. कई बार उन्होंने प्रखंड एवं जिला स्तर पर इसकी शिकायत की. प्रखंड एवं जिला स्तर से इसकी जांच भी हो चुकी है. हर जांच में चयनित पोषण सखी का चयन सही पाया गया.

सोमवार को दोपहर बाद जिप अध्यक्ष अपने चंद समर्थकों के साथ समाहरणालय पहुंचे. यहां पोर्टिको में खड़े उपायुक्त के सरकारी वाहन के बगल में केरोसिन की बोतल ले कर जमीन पर बैठ गये. कहा कि उनकी बातों पर कार्रवाई नहीं होती. एेसे में जिप अध्यक्ष रहने का कोई मतलब नहीं. केरोसिन छिड़क कर अात्मदाह कर लेंगे. तब तक वहां मौजूद पुलिस बलों ने उन्हें पकड़ लिया. केरोसिन की बोतल भी हटा दी. हल्ला सुन कर कई वरीय अधिकारी बाहर निकले व जिप अध्यक्ष को प्रथम तल स्थित डीसी के चेंबर में ले गये.

जबसे जिला परिषद अध्यक्ष बनें हैं, कई बार कई मामलों में डीसी से शिकायत की. कोई कार्रवाई नहीं होती. ऐसे में चेयरमैन रहने का क्या फायदा. इसलिए आज डीसी कार्यालय में ही आत्मदाह करने व जिप अध्यक्ष का प्रमाणपत्र जलाने आये थे. गलत तरीके से पोषण सखी का चयन हुआ है. अधिकारी उसे बचा रहे हैं.
रोबिन चंद्र गोरांई, अध्यक्ष, जिप.
जिप अध्यक्ष की शिकायत पर पाथरकुआं में पोषण सखी बहाली की तीन बार प्रशासनिक जांच हो चुकी है. हर जांच में उसका चयन सही पाया गया. यहां तक की प्रशिक्षु आइएएस जितेंद्र डुडी से भी जांच करायी गयी. खतियान निकाला गया. कोई गड़बड़ी नहीं मिली. आज की घटना दु:खद है. पुलिस को कानूनी कार्रवाई के लिए कहा गया है.
ए दोड्डे, डीसी, धनबाद

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