प्रेमिका से कहा, …तो कूद रहा हूं तोपचांची झील में, हो रही तलाश

तोपचांची: रतनजी रोड पुराना बाजार, धनबाद के अंकित केजरीवाल (22) के बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे तोपचांची झील में कूदने की सूचना पर शाम तक अफरा-तफरी मची रही. झील के पास परिजनों और ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा. लेकिन अंकित का पता नहीं चला. शाम को परिजनों ने मुनीडीह से गोताखोर को बुलाया पर अंधेरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 11:42 AM
तोपचांची: रतनजी रोड पुराना बाजार, धनबाद के अंकित केजरीवाल (22) के बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे तोपचांची झील में कूदने की सूचना पर शाम तक अफरा-तफरी मची रही. झील के पास परिजनों और ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा. लेकिन अंकित का पता नहीं चला. शाम को परिजनों ने मुनीडीह से गोताखोर को बुलाया पर अंधेरा होने के कारण गोताखोर ने झील में उतरने से इंकार कर दिया. गुरुवार की सुबह गोताखोर झील में उतरेंगे. परिजनों ने आशंका व्यक्त की है कि अंकित झील में कूद गया है. लिखित सूचना तोपचांची थाने को दे दी गयी है. अंकित का मोबाइल बंद है जिसके कारण परिजन और आशंकित है.
कैसे मिली सूचना : जानकारी के अनुसार अंकित का एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था. वह लड़की अभी रांची में रह कर पढ़ाई कर रही है. आज किसी बात पर अंकित ने उसे फोन पर कहा कि वह तोपचांची झील में कूद कर आत्महत्या करने जा रहा है. प्रेमिका ने अपनी एक सहेली को घटना की जानकारी दी और उस सहेली ने अंकित के घर वालों को. अंकित के जीजा चेतन केजरीवाल मौके पर पहुंचे. पंचायत के मुखिया विकास कुमार महतो ने भी तलाश अभियान में मदद की. शाम को अंकित के चाचा जय प्रकाश केजरीवाल ने तोपचांची थाना जाकर भतीजे के झील में डूबने की आशंका व्यक्त करते हुए छानबीन का आग्रह किया.
…और लौटा दी कार : रतनजी रोड निवासी ओमप्रकाश केजरीवाल का 21 वर्षीय पुत्र अंकित केजरीवाल अपने जीजाजी चेतन केजरीवाल के साथ कलस सत्तू एवं मसाले का काम काज देखा करता है. बुधवार को किराये की इंडिका कार से तोपचांची तगादा करने व माल पहुंचाने आया था. तोपचांची झील गेट के पास उसने कार चालक को कहा कि मेरे कुछ मित्र आने वाले हैं. मैं उनके साथ आ जाऊंगा. तुम चले जाओ. उसे छोड़ कर चालक वापस लौट गया.
पिता हो रहे थे बेहोश बेटा तूने ऐसा क्यों किया
इधर इकलौते बेटे की मौत की खबर सुन कर पिता ओम प्रकाश केजरीवाल बार-बार बेहोश हो रहे थे. वह कह रहे थे कि बेटा तूने ऐसा क्यों किया. आखिर तुम्हें किस चीज की कमी थी. पिता को उनके भतीजों ने लगभग पांच घंटों तक घटना की सूचना नहीं दी थी. पुराना बाजार के रतनजी रोड में उनकी किताब की दुकान बुक प्वांइट है. दुकान पर जब वह अपने भतीजों से अंकित की जानकारी लेना चाह रहे थे तो उन्हें बार – बार अंकित के ठीक होने की बात कही जा रही थी. पांच घंटे के बाद हकीकत बतायी गयी. इसके बाद पिता दहाड़ मार कर रोने लगे. वह बार-बार बेहोश हो जा रहे थे. अंकित की दो बहन है. बड़ी बहन की शादी हो चुकी है.
बीडीओ और इंस्पेक्टर भी पहुंचे
घटना की खबर पा कर बीडीओ विजय कुमार, इंस्पेक्टर सह थानेदार लखन राम, सअनि सिद्धेश्वर पाठक, माडा एसडीओ विनय सिंह, माडाकर्मी विनोद प्रमाणिक, कयूम अंसारी, प्रेम महतो, महेश महतो आदि पहुंचे और जंगलों में खोजबीन की, लेकिन अंकित का पता नहीं चल पाया.

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