हीरापुर में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़
धनबाद: धनबाद थानांतर्गत हीरापुर जेसी मल्लिक रोड में खोखन तालाब के निकट एक आवास में छापामारी कर पुलिस ने मंगलवार को एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. मौके से पुलिस ने पांच महिलाएं (सेक्स वर्कर), ग्राहक सोनू बनर्जी (केंदुआडीह) और मकान मालिक मनोज साव को गिरफ्तार किया है. रैकेट का सरगना साबिर (जामाडोबा) भाग […]
धनबाद: धनबाद थानांतर्गत हीरापुर जेसी मल्लिक रोड में खोखन तालाब के निकट एक आवास में छापामारी कर पुलिस ने मंगलवार को एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है. मौके से पुलिस ने पांच महिलाएं (सेक्स वर्कर), ग्राहक सोनू बनर्जी (केंदुआडीह) और मकान मालिक मनोज साव को गिरफ्तार किया है. रैकेट का सरगना साबिर (जामाडोबा) भाग निकला.
पुलिस ने घर से सात मोबाइल, सात हजार नौ सौ रुपये नकद, कंडोम, आयुर्वेदिक दवा व अन्य सामग्री जब्त की हैं. छापामारी का नेतृत्व डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) अमित कुमार कर रहे थे. टीम में धनबाद थानेदार अखिलेश्वर चौबे, महिला थानेदार कांता कुमारी व स्पेशल टीम के सदस्य शामिल थे.
अपराध किया कबूल : पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार महिलाओं ने कहा कि वे पैसे के लालच में दो माह से देह व्यापार कर रहे थे. चिरकुंडा की रहने वाली एक महिला ने खुद को निजी बीमा कंपनी का एजेंट बताकर तीन हजार रुपये किराये पर दो माह पहले आवास लिया था. गिरफ्तार महिलाओं में एक भूईंफोड़ शिवम कॉलोनी, एक चिरकुंडा, एक कोलकाता व एक वर्दमान की है. कोलकाता की लड़की अनमैरिड है. महिलाओं के अनुसार वे ग्राहकों के कॉल पर आती थीं. साबिर ही उसे बुलाता था. रात को वे लौट जाती थी. ज्यादा पैसे देने पर वे ग्राहकों के ठिकानों पर भी जाती थी.
परित्यक्तता और गरीबी कारण : महिलाओं का कहना था कि पति ने साथ छोड़ दिया है. कोलकाता की लड़की गरीबी के कारण धंधे में आने की बात कह रही थी. पुलिस छानबीन में खुलासा हुआ है कि ये लोग पहले हाउसिंग कॉलोनी, सरायढेला आदि क्षेत्र में बीमा एजेंट बताकर किराये के मकान लेती थी. दो-तीन माह पर मकान बदल देती थी. बराबर फोन नंबर भी बदलती रहती है. डीएसपी ने महिला थानेदार की मौजूदगी में गिरफ्तार युवती व महिलाओं से पूछताछ की. इनलोगों के फोन नंबर से पुलिस उनके परिजनों से संपर्क कर रही है.
मकान मालिक ने बताया खुद को बेकसूर : आवास के नीचे तल्ले में मकान मालिक मनोज साव रहते हैं. ऊपरी तल्ले में देह व्यापार चल रहा था. मकान मालिक का कहना है कि वह कई दिनों से मकान खाली करने को कह रहा था. लेकिन महिला मकान खाली नहीं कर रही थी. बहुत सारे लोग आते थे इससे गलत काम की आशंका थी.
सेक्स रैकेट चलने की जानकारी उसे नहीं थी. वह बेकसूर है. तीन दिनों से पुलिस मकान का निगरानी कर रही थी. नाटकीय तरीके से पहले सादे लिबास में पुलिसकर्मियों ने तीनों कमरे को बाहर से बंद कर दिया. डीएसपी को फोन पर सूचना दी गयी. इसके बाद पुलिस दल पहुंचा और सभी पकड़े गये.