बच्चों और युवाओं को सोशल मीडिया से खतरा : शेषाद्रि
धनबाद. देश के ख्याति प्राप्त राष्ट्रीय मानसिक जांच एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (एनआइएमएचएएनएस) के वरिष्ठ मनोचिकित्सक प्रो शेखर शेषाद्रि सोमवार को धनबाद में थे. उन्होंने आइआइटी आइएसएम, धनबाद के मैनेजमेंट स्टडीज विभाग में मैनेजमेंट सोसाइटी के तत्वावधान में व्यक्ति और संस्थान की समकालीन मनोवैज्ञानिक समस्याएं विषय पर व्याख्यान दिया. कहा कि आज समाज में मनोरोग […]
धनबाद. देश के ख्याति प्राप्त राष्ट्रीय मानसिक जांच एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान (एनआइएमएचएएनएस) के वरिष्ठ मनोचिकित्सक प्रो शेखर शेषाद्रि सोमवार को धनबाद में थे. उन्होंने आइआइटी आइएसएम, धनबाद के मैनेजमेंट स्टडीज विभाग में मैनेजमेंट सोसाइटी के तत्वावधान में व्यक्ति और संस्थान की समकालीन मनोवैज्ञानिक समस्याएं विषय पर व्याख्यान दिया. कहा कि आज समाज में मनोरोग और बाल अपराध इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि हम बच्चों से उसका बचपन छीन रहे हैं.
बच्चा एक स्वाभाविक बाल दार्शनिक होता है, लेकिन कहीं न कहीं माता-पिता के अत्यधिक दबाव, शिक्षा, कैरियर पर अत्यधिक फोकस और समाज के बदलते स्वरूप से उसका दार्शनिक चरित्र खत्म हो जाता है.
वह लाभ-हानि के नजरिये से सब कुछ देखने लगता है. आज बच्चों और युवाओं को सबसे ज्यादा संकट सोशल मीडिया से है. इससे पहले प्रबंधन अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो प्रमोद पाठक ने श्री शेषाद्रि का परिचय कराया. श्री पाठक ने श्री शेशाद्री से धनबाद में हाल में हुई घटनाओं पर भी चर्चा की. कार्यक्रम में अध्यापक, शोध छात्र-छात्राएं, एमबीए व एमटेक के छात्र-छात्राओं समेत गणमान्य लोग मौजूद थे.