‘शिक्षा का मंदिर’ बचाने गये छात्रों पर बर्बर हुई पुलिस, दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

झरिया/बस्ताकोला : शनिवार को छात्र संगठन से जुड़े छात्र झरिया क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर कतरास मोड़ होते हुए आरएसपी कॉलेज पहुंचे. कॉलेज मुख्य गेट पर नारेबाजी शुरू की. इसके बाद छात्रों का हुजूम भगतडीह मोड़ स्थित बस्ताकोला क्षेत्रीय कार्यालय मुख्य गेट पहुंचा और गेट को धक्का देकर खोल दिया. छात्र कार्यालय प्रांगण में बैठे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2017 12:31 PM
झरिया/बस्ताकोला : शनिवार को छात्र संगठन से जुड़े छात्र झरिया क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर कतरास मोड़ होते हुए आरएसपी कॉलेज पहुंचे. कॉलेज मुख्य गेट पर नारेबाजी शुरू की. इसके बाद छात्रों का हुजूम भगतडीह मोड़ स्थित बस्ताकोला क्षेत्रीय कार्यालय मुख्य गेट पहुंचा और गेट को धक्का देकर खोल दिया. छात्र कार्यालय प्रांगण में बैठे बीसीसीएल प्रबंधन को आरएसपी कॉलेज बंद करने की साजिश करने का आरोप लगाने लगे.

विरोध के बाद छात्रों का दल क्षेत्रीय कार्यालय से निकल धनबाद-झरिया मुख्य मार्ग होते हुए दोबारा आरएसपी कॉलेज मुख्य गेट के समीप पहुंचे और झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसी दौरान कॉलेज परिसर में तैनात जवानों को लेकर सिंदरी डीएसपी प्रमोद कुमार केसरी कॉलेज परिसर से निकल मुख्य मार्ग पर आये. उन्होंने छात्रों का नेतृत्व कर रहे अभिषेक सिंह व अन्य आठ छात्रों को हिरासत में लेकर कॉलेज परिसर लाने लगे. इसका विरोध करने पर जवानों ने छात्रों की धक्का-मुक्की कर पिटाई कर दी. इस पर छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने पत्थरबाजी के जवाब में लाठी चार्ज कर दी. इसके बाद पुलिस ने भगतडीह दुखहरणी मंदिर से भगतडीह मोड़ तक छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई करना जारी रखा. छात्रों का हुजूम तितर-बितर होकर कई भागों में बंट चुके थे. छात्रों के आेर से भी रुक-रुक कर पत्थरबाजी होती रही. यह दौर करीब 40 मिनट तक चलता रहा.

पुलिस के सामने जो दिखा वह पिटा : छात्राें पर लाठी चार्ज कर उन्हें खदेड़ रही पुलिस बल के सामने कई बेकसूर भी पिट गये. पुलिस बल आसपास के मुहल्ले गली में छिप गये छात्रों को खोज रहा था.
शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठी चार्ज अन्याय पूर्ण : कोयलांचल छात्र युवा शक्ति संघ के संयोजक अभिषेक सिंह ने कहा कि झरिया बंद सफल रहा. पुलिस ने छात्रों पर अनावश्यक रूप से लाठीचार्ज किया. शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे छात्रों की पिटाई अन्याय है. पुलिस प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रहा है. इसकी शिकायत हम सीएम से करेंगे. हम पिछले कई माह से इस मुद्दे को लेकर आंदोलनरत हैं. बंद को जिन संगठनों ने समर्थन दिया, उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं.
आरएसपी के समर्थन में उतरीं महिलाएं : आरएसपी कॉलेज बंदी के विरोध में प्रदर्शन करते हुए आसपास की महिलाएं सड़क पर उतरी और छात्रों के साथ धरना पर बैठ गयीं. महिला पुलिस ने बल पूर्वक उन्हें धरनास्थल से बाहर किया.
जनता कुर्सी से उतारना भी जानती है माननीय : चर्चा होती रही कि कॉलेज को बचाने के लिए नगर निगम के मेयर, सांसद, झरिया विधायक आदि पहल किये रहते तो झारखंड सरकार की हिम्मत नहीं थी कि आरएसपी कॉलेज को दूसरी जगह स्थानांतरण कर देती. जनता ने अपना वोट देकर जनप्रतिनिधियों को जिताया है. झरिया की जनता की उन्हें परवाह नहीं है. उन्हें सिर्फ सत्ता में बने रहने की भूख है. जनता कुर्सी से उतारने भी जानती है.

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