धनबाद के कई विधायकों ने स्वार्थवश बना रखी है पॉकेट यूनियन : रणधीर
सुदामडीह: सूबे के कृषि, पशुपालन व सहकारिता मंत्री रणधीर सिंह ने कहा है कि बीएमएस एक विचारधारा से जुड़ा संघ है. यह मजदूर, औद्योगिक व देशहित में काम करता है. इस कारण देश की नंबर वन ट्रेड यूनियन है. बीएमएस की तीन पहचान- त्याग, तपस्या व बलिदान है. देश का कोई ऐसा उद्योग नहीं है, […]
सुदामडीह: सूबे के कृषि, पशुपालन व सहकारिता मंत्री रणधीर सिंह ने कहा है कि बीएमएस एक विचारधारा से जुड़ा संघ है. यह मजदूर, औद्योगिक व देशहित में काम करता है. इस कारण देश की नंबर वन ट्रेड यूनियन है. बीएमएस की तीन पहचान- त्याग, तपस्या व बलिदान है. देश का कोई ऐसा उद्योग नहीं है, जहां बीएमएस की अपनी पहचान नहीं है.
कहा कि धनबाद के कई विधायक हैं, जो अपनी स्वार्थ-सिद्धि के लिए पॉकेट यूनियन बना रखे हैं. बिना पैसा के मजदूरों का काम नहीं करते हैं. श्री सिंह सेल चासनाला के सामुदायिक केंद्र में रविवार को आयोजित कोलियरी कर्मचारी संघ (भारतीय मजदूर संघ) के एक दिवसीय वार्षिक अधिवेशन को मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे. इससे पूर्व अधिवेशन का उद्घाटन बीएमएस के अखिल भारतीय मंत्री देवेंद्र कुमार पांडेय, संगठन मंत्री पारसनाथ ओझा व आंगनबाड़ी जिला प्रभारी शकुंतला मिश्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया. रणधीर सिंह ने कहा कि विधायकों को मजदूरहित, देशहित व उद्योगहित के लिए भारतीय मजदूर संघ में शामिल हो जाना चाहिए. उन्होंने झारखंड सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पिछले दो साल में जो काम हुए हैं, उतने 14 वर्षों में भी नहीं हुए थे. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में झारखंड के 16 लाख किसान जुड़े हैं. 25 लाख किसानों को 90% अनुदान पर पंपिंग सेट उपलब्ध कराया गया है. मछली पालन में राज्य में सबसे अधिक उत्पादन लक्ष्य की प्राप्ति हुई है. झारखंड स्टेट कोऑपरेटिव बैंक की 150 नयी शाखाएं खोली जा रही हैं. इससे किसानों को हर प्रकार का ऋण कम ब्याज पर उपलब्ध हो सकेगा. 12 नये कृषि विज्ञान केंद्र खोले जा रहे हैं. अध्यक्षता वशिष्ठ सिंह व संचालन आरएन झा ने किया.
ये थे मौजूद : देवेंद्र कुमार पांडेय, पारसनाथ ओझा, हरि लाल साहु, शकुंतला मिश्रा, जयंतो घोष, जयराम सिंह, महेंद्र सिंह, उमाशंकर सिंह, जीवन किशोर सिंह, भरत सिंह, मोती लाल राम, बैजनाथ साव, रमाकांत पांडेय, एसएन झा, ममता सिंह, प्रभाष अग्रवाल, मुकेश कुमार पांडेय, निर्मल कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह.