सिंफर परिसर में आयोजित कार्यक्रम का विस्थापितों ने किया विरोध, हंगामे के बीच डिगवाडीह में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम का हुआ शिलान्यास
डिगवाडीह के सिंफर परिसर में बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम के आधारशिला कार्यक्रम में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया योजना के तहत धनबाद जिले के आदिवासी व गरीब परिवारों के बच्चों को खेल में बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम का निर्माण होना है. जोड़ापोखर: भारी विरोध व हो-हंगामा के बीच […]
डिगवाडीह के सिंफर परिसर में बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम के आधारशिला कार्यक्रम में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया योजना के तहत धनबाद जिले के आदिवासी व गरीब परिवारों के बच्चों को खेल में बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम का निर्माण होना है.
जोड़ापोखर: भारी विरोध व हो-हंगामा के बीच डिगवाडीह स्थित सिंफर परिसर में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम का शिलान्यास हुआ. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे, इसके बाद कार्यक्रम संपन्न हो सका. इससे पूर्व विज्ञान भारती, दिल्ली के राष्ट्रीय महासचिव जय कुमार व सिंफर निदेशक डॉ पीके सिंह आज सुबह शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने सिंफर परिसर पहुंचे. इसी बीच काफी संख्या में लोग वहां धमक पड़े.
इनका नेतृत्व कर रहे वार्ड 50 के पार्षद चंदन कुमार महतो व पूर्व मुखिया अनुकूल बोस ने वार्ता करनी चाही. तभी सिंफर के स्थापना काल से यहां रह रहे 165 परिवारों की महिलाएं, पुरुष व बच्चों ने हंगामा करते हुए अधिकारियों को खदेड़ दिया. घटना के वक्त सिंफर के निजी सुरक्षा कर्मी मूकदर्शक बने रहे. हंगामा होते देख निदेशक जय कुमार को साथ लेकर अतिथि गृह पहुंच गये. यहां सिंफर के सभी वैज्ञानिकों व कर्मियों ने संस्थान का कार्य ठप कर बैठक की. निदेशक डॉ पीके सिंह ने घटना की सूचना केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा व उपायुक्त ए दोड्डे को दी. सूचना के बाद उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ राकेश कुमार, सिंदरी डीएसपी प्रमोद कुमार केसरी करीब 12 बजे दलबल के साथ डिगवाडीह सिंफर पहुंचे.
अधिकारियों के आने पर कार्यक्रम शुरू : प्रशासनिक अधिकारियों के आने के बाद पुलिस के साथ निदेशक डॉ पीके सिंह शिलान्यास स्थल पर पहुंचे तथा स्टेडियम का शिलान्यास किया. मौके पर वैज्ञानिक डॉ एके सिंह, डॉ आशीष, एसडीओ राकेश कुमार, डीएसपी प्रमोद कुमार केसरी, जोड़ापोखर थाना प्रभारी जय कृष्ण आदि मौजूद थे. एसडीओ राकेश कुमार ने निदेशक डॉ पीके सिंह से कहा कि इतना बड़ा कार्यक्रम किया जा रहा है और इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गयी.
शोध कर रहीं छात्राएं एसडीओ से मिलीं
आज हुए हो-हंगामे के बाद सिंफर में शोध कर रही छात्राएं काफी भयभीत दिखीं. ये एसडीओ से मिली और कहा कि उनकी सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की जाये. एसडीओ ने उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने देने के साथ जिला प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया. मौके पर प्रिया, मोनिका, नुशरत समेत दर्जनों लड़कियां मौजूद थीं.
जमीन सिंफर की नहीं
ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे अनुकूल बोस ने कहा कि जिस जमीन पर सिंफर का राष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल स्टेडियम बनना है, उस पर सिंफर के स्थापना काल से ही ग्रामीण रह रहे हैं. अब प्रबंधन इल लोगों को हटाना चाहता है. जमीन सिंफर की नहीं है. संस्थान चाहे तो उसकी मापी करवा ले. फुटबॉल मैदान से सटे गरीब, आदिवासी, दलित किसी भी कीमत पर नहीं हटेंगे. पार्षद चंदन महतो ने कहा कि अगर जमीन सिंफर की है, तो मैदान की बगल में सरकारी फंड से सामुदायिक भवन कैसे बना, इसकी जांच होनी चाहिए.
संजीव समर्थक पर भारी पड़े ढुलू समर्थक
स्टेडियम के शिलान्यास में पहुंचे निदेशक के समर्थन में झरिया विधायक संजीव सिंह के समर्थक मोर्चा संभाल रखे थे. इसी बीच बाघमारा विधायक ढुलू महतो की टाइगर फोर्स की महिला सदस्यों ने झरिया विधायक के समर्थकों को ललकारते हुए खदेड़ दिया. ग्रामीणों का कहना था कि सिंफर के निदेशक से वे वार्ता करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें धक्का देकर हटा दिया. इसको लेकर मामला बिगड़ा और हंगामा हुआ. ग्रामीणों का दावा है कि उन्होंने हंगामा नहीं किया. कहा कि अगर उन्हें जबरन हटाया गया तो सपरिवार भूख हड़ताल करेंगे.