नीरज हत्याकांड के मास्टर माइंड पंकज का यूपी के सुल्तानपुर कोर्ट में सरेंडर, गया जेल
गुत्थी सुलझने की उम्मीद धनबाद पुलिस पूछताछ के लिए सुल्तानपुर रवाना धनबाद : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में वांछित पंकज सिंह ने यूपी के सुल्तानपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. धनबाद पुलिस टीम यूपी रवाना […]
गुत्थी सुलझने की उम्मीद धनबाद पुलिस पूछताछ के लिए सुल्तानपुर रवाना
धनबाद : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में वांछित पंकज सिंह ने यूपी के सुल्तानपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कोर्ट के आदेश पर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. धनबाद पुलिस टीम यूपी रवाना हो गयी है. पुलिस पंकज से पूछताछ करेगी. पंकज ने ही नीरज की हत्या के लिए यूपी से चार शूटरों को सुपारी देकर धनबाद बुलाया था. पंकज पर शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने, हत्या की योजना बनाने, जाली मोबाइल सीम उपलब्ध कराने, कुसुम विहार (सरायढेला) में किराये के मकान में ठहराने, हत्या के बाद हथियार वापस लेने व शूटरों को भागने में मदद करने का आरोप है.
21 मार्च को हुई थी हत्या : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों को 21 मार्च को स्टील गेट के समीप गोलियों से भून दिया गया था. मामले में नीरज के अनुज अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू ने विधायक संजीव सिंह, मनीष सिंह, पिंटू सिंह, गया सिंह व महंथ पांडेय के खिलाफ षडयंत्र कर हत्या करने का आरोप लगाया था.
मुठभेड़ में मारे जाने के डर से सरेंडर
हत्याकांड में पुलिस को पंकज की बेसब्री से तलाश थी. उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के बाद इश्तेहार भी जारी किया गया था. धनबाद कोर्ट से कुर्की वांरट भी पुलिस ने हासिल कर लिया था. यूपी एसटीएफ व धनबाद पुलिस पंकज के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही थी. लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था. पंकज के खिलाफ यूपी में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पंकज को आशंका थी कि पुलिस उसे मुठभेड़ में मार गिरा सकती है. भयवश उसने सरेंडर करना ही उचित समझा. पंकज यूपी के सुलतानपुर जिलान्तर्गत लंभुआ बुुधापुर का रहने वाला है.
शूटरों ने लिया था पंकज का नाम
हत्याकांड में धनबाद पुलिस का अनुसंधान पंकज पर आ कर अटक गया था. गिरफ्तार चार शूटरों समेत 10 ने अपने बयान में पंकज का नाम लिया था. उनका कहना था कि पंकज के कहने पर ही उन्होंने हत्याकांड को अंजाम दिया अथवा हत्यारों-साजिशकर्ताओं की मदद की. अभी तक मामले में कड़ी से कड़ी जोड़कर ही पुलिस ने झरिया विधायक संजीव सिंह पर शिकंजा कसा था. अब पंकज से पूछताछ से ही यह बात सामने आयेगी कि उसने नीरज की हत्या क्यों करायी? किसके कहने पर करायी?