धनबाद : भ्रष्टाचार का स्वरूप किस हद तक बुरा हो सकता है, इसकी झलक आज बोकारो जिले के नावाडीह ब्लॉक में दिखी, जब बीडीओ साहब अपने हीसाथ के कर्मचारी से रिश्वत लेने लगे.प्राप्त जानकारी के अनुसार, नावाडीह ब्लॉक में पोस्टेड असिस्टेंट संतोष कुमारदो महीने से बीमार थे, इस कारण वे आॅफिस में अनुपस्थित थे. इस वजह से उनकी सैलरी अटक गयी. ऐसे में बीडीओअरुण उरांव ने अपने ड्राइवर कलीमअंसारी के सहयोग से उनसे 40हजार रुपये रिश्वत की मांग की. आज बीडीओ और उनका ड्राइवरइसी काम के लिए 35 हजार रुपये रिश्वत लेते धरे गये.
झारखंड : एक दिन में दो बीडीओ रिश्वत लेते गिरफ्तार, एसीबी की भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई
एंटी करप्शन ब्यूरो ने बीडीओ और उनकेड्राइवर को स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.एसीबी धनबाद ने अबतक इस साल23 लोगों को घूस लेते गिरफ्तार किया है. जबकि पूरेझारखंड के स्तर पर110 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. एंटी करप्शन ब्यूरो कीभ्रष्टाचार के खिलाफ यह कड़ी कार्रवाई है और निश्चित रूप से लोगों में इससे जागरूकता आयी है. लोग भयमुक्त होकर संबंधित कर्मचारी और अधिकारी के खिलाफ एसीबी सेशिकायत कर रहे हैं.
बीडीओ को पकड़ एसीबी ने किया 100वां शिकार, 16 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा
वहीं, धनबाद जिले के बाघमारा प्रखंड के बीडीओ गिरिजानंद किस्कू को आज 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में एसीबी ने एक बयान जारी किया है. एसीबी के बयान के मुताबिक धनबाद जिले के राजगंज थाना क्षेत्र के दलुडीह के राजेश्वर प्रसाद मुंशी ने इस संबंध में एसीबी से लिखित शिकायत की थी. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि उन्हें 14वें वित्त आयोग की राशि से सात चापानल निर्माण, तीन कूप निर्माण व चबूतरा निर्माण की सामग्री आपूर्ति का काम मिला था. इस काम के एवज में उनका क्रमश: एक लाख 19 हजार रुपये, 60 हजार रुपये व 20 हजार रुपये बकाया था और इस पैसे के भुगतान के एवज में उनसे 50 हजार रुपये रिश्वत मांगा गया था. इस संबंध में राजेश्वर प्रसाद मुंशी ने एसीबी से लिखित शिकायत की थी, जिसके बाद एसीबी ने अपने एक पुलिसनिरीक्षक इंद्रदेव रामसेमामले कीजांचकरायी और शिकायत सही पायी गयी,जिसके आधारपर 18सितंबरको मामला दर्ज किया गयाऔर 19 सितंबर को बीडीओ कोरंगेहाथ गिरफ्तारकिया गया.