पांच वर्ष में रिटायर होने वाले को फ्रांस भेजने पर आपत्ति
धनबाद: धनबाद रेल मंडल के गोमो शेड में काम करने वाले जिस सीनियर सेक्शन इंजीनियर को ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजा जा रहा है, वह पांच साल के अंदर रिटायर हो जायेंगे और उनका पूरा उपयोग भी रेलवे नहीं कर पायेगी. जबकि इस ट्रेनिंग के लायक वहां कई युवा इंजीनियर नौकरी कर रहे हैं. उन्हें […]
धनबाद: धनबाद रेल मंडल के गोमो शेड में काम करने वाले जिस सीनियर सेक्शन इंजीनियर को ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भेजा जा रहा है, वह पांच साल के अंदर रिटायर हो जायेंगे और उनका पूरा उपयोग भी रेलवे नहीं कर पायेगी. जबकि इस ट्रेनिंग के लायक वहां कई युवा इंजीनियर नौकरी कर रहे हैं.
उन्हें ट्रेनिंग में भेजना चाहिए. यह कहना है इसीआरकेयू के सहायक महामंत्री संतोष तिवारी का. कहा कि इस मामले को लेकर तीन-चार दिनों के अंदर वह डीआरएम से मिलेंगे. उनकी कोशिश होगी कि सही लोग ही ट्रेनिंग में जाये.
अक्तूबर में लेनी है ट्रेनिंग
श्री तिवारी ने बताया कि अभी भारतीय रेल में छह हजार से ज्यादा हॉर्स पावर के इंजन का प्रयोग नहीं होता है. लेकिन भारत जल्द ही 12 हजार हॉर्स पावर का इंजन बनाने जा रहा है़ यह इंजन मधेपुरा में बनेगा. लेकिन इस तकनीक को लाने के पहले रेलवे अपने कर्मचारियों को इसकी ट्रेनिंग देगी़ इसके लिए वह अपने कर्मचारियों को फ्रांस भेज रही है. ट्रेनिंग दो से 13 अक्तूबर तक फ्रांस में होगी. इसमें इंजन की तकनीकी की जानकारी दिया जायेगा. लेकन धनबाद रेल मंडल के गोमो शेड से युवा कर्मी का चयन नहीं किया गया है. जबकि गोमो शेड में एक दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा इंजीनियर काम कर रहे हैं और उनकी सेवा 20 साल से ज्यादा है. लेकिन उन्हें ट्रेनिंग के लिए नहीं भेजा रहा है.