ओडीएफ पर सवाल: मेयर-नगर आयुक्त ने लिया इलाके का जायजा, पांडरपाला में मिले मैला ढोने वाले

धनबाद: मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और नगर आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को निशात नगर, वासेपुर ( वार्ड नंबर 14) में खटाऊ शौचालय का पता लगाने पहुंचे. नगर आयुक्त ने बताया कि वार्ड नंबर 14 में एक भी खटाऊ शौचालय नहीं मिला और न ही मैला ढोनेवाला व्यक्ति. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2017 8:59 AM
धनबाद: मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल और नगर आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को निशात नगर, वासेपुर ( वार्ड नंबर 14) में खटाऊ शौचालय का पता लगाने पहुंचे. नगर आयुक्त ने बताया कि वार्ड नंबर 14 में एक भी खटाऊ शौचालय नहीं मिला और न ही मैला ढोनेवाला व्यक्ति. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गयी है. हालांकि वार्ड नंबर 18 के पांडरपाला में संतोष डोम का परिवार आज भी मैला ढो रहा है.

पूछताछ में संतोष डोम ने मैला ढोने की बात स्वीकार की. संतोष डोम के परिवार की सफाई मित्र में बहाली करा दी गयी है और आगे मैला ढोने पर ठोस कार्रवाई की चेतावनी भी दी गयी है. विदित हो कि सोमवार को ही धनबाद के शहरी क्षेत्र को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था.

पांडरपाला में मिला दो खटाऊ शौचालय : जांच के क्रम में पांडरपाला में दो खटाऊ शौचालय मिला. नगर आयुक्त ने कहा कि पांडरपाला में खटाऊ शौचालय से संबंधित जानकारी नहीं थी. संबंधित वार्ड के पार्षद, सुपरवाइजर व फील्ड कोऑर्डिनेटर को शो कॉज किया गया है. 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया गया है. दोनों लाभुकों से पूछने पर पता चला कि एक लाभुक ने आवेदन दिया था और एक का मकान मालिक शौचालय नहीं बनने दे रहा था. दोनों खटाऊ शौचालय को तोड़कर सेफ्टी टैंक बनाने का आदेश दिया गया है.
संतोष डोम के परिवार को रोजगार के साथ अावास भी : संतोष डोम के परिवार को रोजगार के साथ आवास का भी लाभ दिया जायेगा. एनयूएलएम के तहत उसके परिवार के बच्चों को नि:शुल्क प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जायेगी. आमदनी का स्रोत बढ़ेगा तो आगे उसके परिवार का कोई सदस्य मैला ढोने का काम नहीं करेगा.
शौचालय है फिर भी लोटा लेकर बाहर जाते हैं लोग
शौचालय तो बना लेकिन उपयोग में नहीं लाया जा रहा है. आज भी लोग लोटा लेकर शौच के लिए बाहर का रुख करते हैं. मंगलवार को कोरंगा बस्ती के अशोक कोरंगा लोटा लेकर रानी तालाब शौच के लिए पहुंचे. कैमरा देखते ही उठ कर भागने लगे. पूछने पर अशोक ने कहा कि घर में शौचालय है लेकिन उसमें महिलाएं ही जाती हैं. शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है. मजबूरन लोटा लेकर तालाब आना पड़ता है.

Next Article

Exit mobile version