बैद्यनाथ दास मौत प्रकरण: मौत का मुद्दा विपक्ष ने लपका, प्रशासन व भाजपा का सुर एक, सरकार की किरकिरी

रिक्शा चालक बैद्यनाथ दास की मौत के बाद जहां विपक्षी दल सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रामक हो गये हैं, वहीं सत्ताधारी भाजपा प्रशासन के सुर में सुर मिला कर कह रही है कि उसकी मौत भूख से नहीं, बल्कि बीमारी से हुई है. इधर राइट टू फूड एक्ट की रांची की टीम के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 11:45 AM
रिक्शा चालक बैद्यनाथ दास की मौत के बाद जहां विपक्षी दल सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ आक्रामक हो गये हैं, वहीं सत्ताधारी भाजपा प्रशासन के सुर में सुर मिला कर कह रही है कि उसकी मौत भूख से नहीं, बल्कि बीमारी से हुई है. इधर राइट टू फूड एक्ट की रांची की टीम के सामने सोमवार को परिजनों ने प्रशासन का काला चिठ्ठा खोल दिया है. इसी को मुद्दा बनाकर कांग्रेस, मासस समेत अन्य विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
झरिया / लोदना: भालगढ़ा तारा बागान निवासी बैद्यनाथ दास की भूख से हुई मौत मामले को लेकर कांग्रेस झरिया प्रखंड कमेटी ने सोमवार को झरिया प्रखंड कार्यालय में प्रदर्शन किया. सरकार व जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. प्रखंड कार्यालय में नेताओं को घुसने से झरिया थाना के सअनि अशोक कुमार महतो ने रोक दिया. इससे सभी भड़क गये.

उसके बाद कांग्रेस नेताओं ने झरिया सीओ केदारनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस नेता संतोष सिंह ने कहा कि सरकार व उनके नुमाइंदे भूख से मरने वाले बैद्यनाथ दास के मामले में लीपापोती न करे. जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार से बंद कमरे में डरा धमका कर गलत बयान लिया. उनके बयानों की वीडियोग्राफी कराकर आला अधिकारियों व सरकार को रिपोर्ट भेज रही है. प्रशासन अपने बचाव में लगा हुआ है.

राज्य में बढ़ी है कमीशनखोरी : शमशेर आलम
शमशेर आलम ने कहा कि भ्रष्ट रघुवर सरकार के शासन में प्रदेश में गरीब भूख से मर रहे हैं. लूटखसोट, चोरी डकैती, बलात्कार, कमीशनखोरी की बढ़ रही है. मौके पर ललन चौबे, अजय गिरि, वीरेंद्र गुप्ता, भगत सिंह, एके सिन्हा, संजय कुमार वर्मा, इरफान खान चौधरी, अनूप सिंह, अशोक वर्णवाल, वीरेंद्र यादव, पिंटू तुरी, अजीत कुमार, कमाल खान, इम्तियाज अली, पप्पू सिंह, रोहित सिंह, एकराम कुरैशी, सुमन शेख, पप्पू अंसारी, दुलाल महतो, महेंद्र पासवान, अजीत कुमार सिंह, अविनाश देव, संजय चौहान, निसार अहमद, सूर्य वर्मा, अजय वर्मा, सोनू कुमार, धीरज गुप्ता, राकेश यादव आदि थे. विधि-व्यवस्था में झरिया इंस्पेक्टर यूएन राय दल बल के साथ थे.

Next Article

Exit mobile version