वायु प्रदूषण में श्रमिक चौक ने बैंक मोड़ को पीछे छोड़ा
धनबाद: इस दीपावली लोगों ने कम पटाखे छोड़ेे. इसका खुलासा झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की रिपोर्ट में हुआ है. दीपावली को लेकर पर्षद द्वारा धनबाद व बोकारो औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण मापने के उपकरण लगाये गये थे. इनसे मिले आंकड़ों के अनुसार वायु प्रदूषण पर थोड़ी लगाम लगी है. नयी बात यह है कि […]
धनबाद: इस दीपावली लोगों ने कम पटाखे छोड़ेे. इसका खुलासा झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की रिपोर्ट में हुआ है. दीपावली को लेकर पर्षद द्वारा धनबाद व बोकारो औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण मापने के उपकरण लगाये गये थे. इनसे मिले आंकड़ों के अनुसार वायु प्रदूषण पर थोड़ी लगाम लगी है. नयी बात यह है कि पहले दीपावली में धनबाद शहर का सबसे प्रदूषित क्षेत्र बैंक मोड़ होता था, लेकिन इस बार श्रमिक चौक रहा. अच्छी बात यह है कि बैंक मोड़ में अन्य दिनों की अपेक्षा दीपावली के दिन प्रदूषण का स्तर कम रहा. वायु व ध्वनि प्रदूषण का आकलन करने के लिए 12-13 अक्तूबर को दीपावली से पूर्व तथा दीपावली के दिन 19 अक्तूबर के प्रदूषण के स्तर की जांच की गयी.
क्या है आरएसपीएम : रीस्पाइरेबल सस्पेंडेड पर्टकिलेट मैटर इसकी इकाई मात्रक ग्राम/घन मीटर जबकि इसका स्टैंडर्ड होता है 100. ध्वनि प्रदूषण की इकाई डेसिबल में होती है. जबकि इसका स्टैंडर्ड औसतन 45 होता है. विभाग के धनबाद क्षेत्रीय पदाधिकारी आरएन चौधरी ने दावा किया है कि वर्ष 2016 की तुलना में इस साल वायु व ध्वनि प्रदूषण दोनों की स्थिति में गिरावट आयी है.
खराब मौसम का अच्छा असर : दिवाली में मौसम खराब रहने का पर्यावरण की दृष्टि से यह फायदा हुआ. बारिश के कारण कम लोग ही घरों से निकले. ट्रैफिक कम था और पटाखे भी कम छोड़े गये.