पहल: ओवरब्रिज चौड़ीकरण की फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का जिम्मा राइट्स कंपनी को, जगह-जगह ट्रैफिक डायवर्सन पर भी मंथन

धनबाद : ट्रैफिक जाम से मुक्ति के लिए सोमवार को डीआरएम ऑफिस के सभागार में हुई बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई की धनबाद में दो जगहों पर सबसे ज्यादा जाम लगता है. एक गया पुल के नीचे व दूसरा बैंक मोड़ के पास. गया पुल काफी संकरा है, तो बैंक मोड़ झरिया, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 12:02 PM
धनबाद : ट्रैफिक जाम से मुक्ति के लिए सोमवार को डीआरएम ऑफिस के सभागार में हुई बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई की धनबाद में दो जगहों पर सबसे ज्यादा जाम लगता है. एक गया पुल के नीचे व दूसरा बैंक मोड़ के पास. गया पुल काफी संकरा है, तो बैंक मोड़ झरिया, सिंदरी, कतरास से आने वाले लोगों का प्रमुख मार्ग भी यही है. तय हुआ कि यह जगह-जगह पर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया जाये और गया पुल व ओवरब्रिज को चौड़ा कर दिया जाये, तो जाम की समस्या को काफी कम किया जा सकता है.

ओवरब्रिज को चौड़ा करने को लेकर इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट के लिए राइट्स कंपनी को लगाने की बात हुई. डीआरएम ने बताया कि रेलवे के टेक्निकल पक्ष की जानकारी राइट्स को है. अगर राइट्स फिजिबिलिटी रिपोर्ट देने के लिए तैयार है तो उसका सहयोग करेंगे.

फ्लैश बैक
पूर्व मंत्री से लेकर विधायक तक ने उठायी है आवाज
धनबाद में जाम से निबटने के लिए फ्लाइओवर-सह-आरओबी की मांग लंबे समय से हो रही है. जब मन्नान मल्लिक सूबे में मंत्री थे, तब उन्होंने इसके लिए विस में पेशकश की थी. 20 अगस्त 2014 को पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता (फील्ड सर्वे) वाहिद कमर फरीदी ने निरीक्षण किया था. इसके लिए 100 करोड़ की डीपीआर भी बनाने की बात कही गयी थी. इसे लेकर कई बार निरीक्षण भी किया गया. लेकिन फ्लाइओवर-सह-आरओबी के लिए रेलवे राजी नहीं हुआ था. यह फ्लाइ ओवर पूजा टॉकिज से होकर नया बाजार से धनबाद-चंद्रपुरा लाइन के ऊपर से जाते हुए झरिया पुल में सटना था. रेलवे ने जमीन को लेकर एनओसी नहीं दिया. मामला ठंडा पड़ता गया. विधायक राज सिन्हा ने भी फ्लाइओवर की मांग विधान सभा में उठायी थी.
इन सुझावों पर चर्चा
1. मटकुरिया से वासेपुर तक ओवरब्रिज
मटकुरिया से लेकर वासेपुर (आरा मोड़) तक ओवरब्रिज बनाने की चर्चा हुई. यहां से आरा मोड़ व मटकुरिया के बीच सड़क होगी. मटकुरिया से आरा मोड़ यहां से यह नवाडीह सड़क (हीरक रोड) में मिल जायेगी. रांची, जमशेदपुर, पुटकी, कतरास आदि जगहों से आने वाले लोग यदि शहर आना चाहते हैं, तो इस रास्ते का प्रयोग कर सकते हैं. इससे बैंक मोड़ में जाम का भार कम होगा. रेलवे ने जमीन व एनओसी के लिए सहयोग की बात कही है. मटकुरिया व आरा मोड़ की दूरी लगभग सवा किमी है. बीच में बंद धनबाद-कतरास रेल मार्ग है.
2. झरिया पुल से साउथ साइड स्टेशन के लिए सड़क
बैठक में चर्चा हुई कि अधिकांश लोग ऐसे हैं, जिन्हें धनबाद स्टेशन आना होता है. जो झरिया, कतरास, सिंदरी आदि जगहों से आते हैं, उन्हें भी ओवरब्रिज-गया पुल होते हुए स्टेशन जाना पड़ता है. यह व्यर्थ में जाना पड़ता है, इसके लिए झरिया पुल से स्टेशन के दक्षिणी छोर तक एक नयी सड़क बनायी जाये, तो जाम कम हो सकता है. रेलवे ने इसके लिए सहयोग की बात कही है.
3. पॉलिटेक्निक के पास बने अंडर पास
बैठक में मेयर ने पॉलिटेक्निक के पास अंडरपास बनाने का सुझाव दिया. यह अंडर पास मटकुरिया तक होगा. आरा मोड़, भूली, पुटकी, कतरास आदि जगह से आने वाले लोग पॉलिटेक्निक के रास्ते शहर आ सकते हैं. इसके साथ जोड़ाफाटक रोड़ चौड़ीकरण का सुझाव भी उन्होंने दिया.

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