ताराबागान के 40 % गरीबों को राशन कार्ड नहीं
झरिया: झरिया के भालगोरा में भूख से मौत मामले की जांच सोमवार को रांची से आयी टीम ने की. टीम ने मृतक बैद्यनाथ रविदास के परिजनों तथा स्थानीय निवासियों से मिल कर स्थिति की जानकारी ली. स्थानीय लोगों ने टीम को बताया कि बस्ती के लगभग 40 फीसदी परिवारों को राशन कार्ड नहीं मिल पाया […]
झरिया: झरिया के भालगोरा में भूख से मौत मामले की जांच सोमवार को रांची से आयी टीम ने की. टीम ने मृतक बैद्यनाथ रविदास के परिजनों तथा स्थानीय निवासियों से मिल कर स्थिति की जानकारी ली. स्थानीय लोगों ने टीम को बताया कि बस्ती के लगभग 40 फीसदी परिवारों को राशन कार्ड नहीं मिल पाया है. इसके कारण उन परिवारों को राशन नहीं मिलता है. कई परिवारों ने एक साल पहले आवेदन दिया, इसके बावजूद अब तक उन्हें राशन कार्ड नहीं मिल पाया है. महिला फुलवा देवी के परिवार में छह लोग हैं, जिनमें मात्र चार लोगों का नाम राशन कार्ड के आवेदन में शामिल किया गया है. शेष दो लोगों का नाम आधार कार्ड नहीं होने के कारण छोड़ दिया गया है.
टीम ने जो पाया : बस्ती में दलित व अति निर्धन परिवारों की बहुलता है. इनके लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन मिलना जीवन रेखा के समान है.
टीम ने अस्पताल जाकर विधवा से की मुलाकात
टीम ने राजबाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर मृतक की पत्नी पार्वती देवी से भी मुलाकात की. टीम ने बस्ती के लक्ष्मी देवी, अनिता देवी, कुंती देवी, प्रतिमा देवी, फुलवा देवी सहित अन्य महिलाओं से राशन कार्ड के बारे में जानकारी ली. इस पर अधिक महिलाओं ने बताया कि विगत एक साल से राशन कार्ड बनाने को लेकर आवेदन जमा किया गया है. लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. टीम ने लोगों से जानना चाहा कि कैसे भोजन चलता है. जिस पर कुंती देवी, प्रतिमा देवी आदि ने बताया कि दूसरे घरों में चौका बर्तन कर अपने परिवार का भरण पोषण करती है.