गोविंदपुर सीओ के संपर्क में था फर्जी एसीबी डीएसपी

धनबाद: धनबाद में सक्रिय एसीबी का फर्जी डीएसपी गोविंदपुर सीओ ऑफिस में कई माह से आना-जाना कर रहा था. वह गोविंदपुर सीओ अनिल कुमार के संपर्क में था. सीओ से फर्जी डीएसपी का पारिवारिक संबंध है. दोनों एक दूसरे के घर भी आते-जाते थे. सीओ को एसीबी ऑफिस बुलाकर पूछताछ की गयी है. एसीबी एसपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2017 8:31 AM
धनबाद: धनबाद में सक्रिय एसीबी का फर्जी डीएसपी गोविंदपुर सीओ ऑफिस में कई माह से आना-जाना कर रहा था. वह गोविंदपुर सीओ अनिल कुमार के संपर्क में था. सीओ से फर्जी डीएसपी का पारिवारिक संबंध है. दोनों एक दूसरे के घर भी आते-जाते थे. सीओ को एसीबी ऑफिस बुलाकर पूछताछ की गयी है. एसीबी एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने इसकी पुष्टि की है. छानबीन में पता चला है कि फर्जी डीएसपी नीमेश धुर्वा रांची का रहने वाला है. फर्जी डीएसपी बनकर भयादोहन के आरोप में बेगूसराय में वह वर्ष 2016 में जेल की हवा भी खा चुका है.
फर्जी डीएसपी पिछले कई माह से गोविंदपुर अंचल कार्यालय आ-जा रहा था. वह सीओ के कक्ष मे घंटों बैठता था. अधिकारी-कर्मचारियों पर धौंस जमाता था. सीओ डर कर उनसे संबध रखते थे या कोई और कारण था, यह जांच का विषय है. सात अक्तूबर को प्रभात खबर समेत अन्य अखबारों में एसीबी की ओर से फर्जी डीएसपी का फोटो जारी किये जाने के बाद उससे संबंध रखने वाले अफसरों के हाथ-पांव फूल गये हैं. इधर, फर्जी अधिकारी ने धनबाद आना बंद कर दिया.
सीओ समझते थे असली अधिकारी : पूछताछ में सीओ ने स्वीकार किया कि वह बराबर आता था. फर्जी डीएसपी की वह असली अधिकारी मानकर खातिरदारी करते थे. वह कभी नीली बत्ती लगी स्कॉर्पियो, कभी जिप्सी तो कभी वर्ना कार में बत्ती लगाकर वर्दीधारी बॉडी गार्ड लेकर आता था. फर्जी डीएसपी पुलिस व प्रशासन के सीनियर अफसरों का नाम लेता था. वह धौंस दिखाकर अपना कई कागजी काम सीओ से करवा लेता था. सीओ ऑफिस में लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीर कैद है. फर्जी डीएसपी पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है. संभव है कि जिला पुलिस फर्जी डीएसपी के खिलाफ केस दर्ज करे. शिकायत कोई प्रशासनिक अधिकारी ही कर सकते हैं. वह धनबाद के होटलों में भी ठहर कर नि:शुल्क सेवा लेता रहा है.

Next Article

Exit mobile version