खनकती आवाज से मांपी ने मुंबईकरों को झुमाया

सिजुआ: कतरास कोयलांचल की बेटी मांपी भट्टाचार्य ने मुंबई में अपनी अदाकारी व सुरों का जलवा बिखेरा है. वडाला में अमेचर आर्टिस्ट एसोसिएशन, मुंबई द्वारा आयोजित मल्टी लिंगुअल ड्रामा, नृत्य व म्यूजिक प्रतियोगिता में मांपी ने बेहतरीन प्रदर्शन कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. भेलाटांड़ आदर्श नगरी रामपुर की रहनेवाली मांपी ने एक दर्जन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2017 9:02 AM
सिजुआ: कतरास कोयलांचल की बेटी मांपी भट्टाचार्य ने मुंबई में अपनी अदाकारी व सुरों का जलवा बिखेरा है. वडाला में अमेचर आर्टिस्ट एसोसिएशन, मुंबई द्वारा आयोजित मल्टी लिंगुअल ड्रामा, नृत्य व म्यूजिक प्रतियोगिता में मांपी ने बेहतरीन प्रदर्शन कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. भेलाटांड़ आदर्श नगरी रामपुर की रहनेवाली मांपी ने एक दर्जन से ज्यादा राज्यों के प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए वोकल क्लासिकल सांग में प्रथम व ड्रामा में दूसरा स्थान प्राप्त किया.
प्रतियोगिता में झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, हरियाणा, मणिपुर, दिल्ली, महाराष्ट्र, ओड़िशा आदि राज्यों के प्रतिभागी शामिल थे. प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद मांपी बुधवार को अपने घर पहुंची. यहां बधाई देने वालों का तांता लग गया. कोयलांचल नाट्य संघ के मृत्युंजय ओझा ने बताया कि मांपी सहित झारखंड के प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति से मुंबईकर का मन मोह लिया.
विधायक प्रतिनिधि ने शॉल ओढ़ा किया सम्मानित : विधायक प्रतिनिधि शत्रुघ्न महतो ने आज आदर्श नगरी स्थित आवास पर मांपी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. मांपी को मिठाई खिलाकर सफलता की बधाई दी गयी. मौके पर कंचनपुर के पंस सदस्य शेख मो रियाजुद्दीन, सिनीडीह मंडल के प्रतिनिधि सोनू श्रीवास्तव, राहुल यादव, अनिल गोप, दुलाल कर, मो अखलाक आदि मौजूद थे.
मुंबापुरी का महासंग्राम 17 में दिखी थी प्रतिभा: जालोस मुंबापुरी का महासंग्राम 2017 में अपनी प्रतिभा सबको कायल करने वाली मांपी को टॉलीवुड में अपना हुनर दिखाने का ऑफर मिला है. मांपी टाटा डीएवी स्कूल सिजुआ में 11वीं की छात्रा है. उसके पिता सुकांतो भट्टाचार्य व माता चैताली भट्टाचार्य भेलाटांड़ में किड्स प्ले स्कूल चलाते हैं.
मैं बड़े स्टेज पर परफॉर्म करने को ले काफी उत्साहित थी. प्रतियोगिता काफी टफ थी, पर कुछ करने की ठान रखी थी. गायन के क्षेत्र में टॉप किया. सफलता का श्रेय गुरु मधुमिता को जाता है.
मांपी भट्टाचार्य

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