चीखता सवाल: मुर्शिदाबाद के नूर इस्लाम की मौत बनी, पहेली हत्या-आत्महत्या के बीच उलझी पुलिस

धनबाद: जमाडा के गार्ड के बयान पर धनबाद थाना में कांड संख्या 585-17धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत केस दर्ज किया गया है. अज्ञात के खिलाफ हत्या कर साक्ष्य छिपाने का आरोप है. पुलिस ने भले ही केस में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन यह मौत पहेली बन गयी है. पोस्टमार्टम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2017 10:04 AM
धनबाद: जमाडा के गार्ड के बयान पर धनबाद थाना में कांड संख्या 585-17धारा 302, 201, 34 भादवि के तहत केस दर्ज किया गया है. अज्ञात के खिलाफ हत्या कर साक्ष्य छिपाने का आरोप है. पुलिस ने भले ही केस में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन यह मौत पहेली बन गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण हैंगिंग बताया गया है.

घटना के बाद मौके पर स्नीफर डॉग को बुलाया गया था. खोजी कुत्ता माडा ऑफिस से निगम ऑफिस के पीछे अवस्थित एक निजी गर्ल्स हॉस्टल तक जाकर लौट गया. दो दिनों में पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. आशंका जतायी जा रही है कि नूर की हत्या कहीं और कर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए जमाडा ऑफिस के दूसरे तल्ले की खिड़की के छज्जे पर रख दिया गया था. दूसरी आशंका आत्महत्या की है. लोगों को यह भी चर्चा करते सुना गया कि किसी से प्रेमालाप या आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े जाने के बाद उसकी हत्या कर शव को यहां रख दिया गया है.

उठ रहे सवाल दर सवाल
जमाडा की दूसरी मंजिल का छज्जा पर जाने के दो ही रास्ते हैं. एक सर्वेंट क्वार्टर की छत के सहारे व दूसरा ऑफिस के अंदर से मुख्य गेट के ग्रिल से होकर. जमीन से लगभग 25 फुट की ऊंचाई पर शव कैसे पहुंचा. कोई अगर हत्या कर आत्महत्या का रूप देने के लिए वहां रखा होगा तो वैसा करने में कम से कम चार लोगों की जरूरत होगी. बगैर सीढ़ी के चार या उससे अधिक लोग शव को ऊपर नहीं रख सकते हैं. अगर नूर ने आत्महत्या की है तो जमाडा की छत पर कैसे पहुंच गया. शहर में आत्महत्या के लिए कई आसान जगह हैं. जमाडा की दूसरी मंजिल की खिड़की तक नूर कैसे पहुंचा? जमाडा में रात को सुरक्षा के लिए दो-दो गार्ड रहते हैं, अगर कोई अंदर आया तो गार्ड कहां थे? जमाडा परिसर में ही निगम का भी ऑफिस है. अगर युवक ने फंसी लगायी तो फिर खिड़की के छज्जा पर कैसे बैठ गया? माडा ऑफिस बंद रहता है, फिर सीढ़ी से अंदर से वहां तक युवक कैसे पहुंचा? बाहर से कोई सीढ़ी के सहारे ही छज्जा पर चढ़ सकता है, तो फिर वह बिना सीढ़ी के कैसे चढ़ गया ? अगर किसी ने हत्या कर युवक के शव को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की तो जमीन से 25 फुट की ऊंचांई तक कैसे पहुंचा? तीन-चार लोग जमाडा परिसर में गये व दोनों गार्ड को कैसे पता नहीं चला?
दिल्ली जाने के लिए निकला था नूर
धनबाद पुलिस ने नूर के नाम व पता के साथ मुर्शिदाबाद एसपी को मामले की जानकारी दी. एसपी ने स्थानीय थाना की मदद से गांव में नूर को परिजनों को खबर दी. परिजन बुधवार की सुबह की धनबाद के लिए रवाना हो गये हैं. नूर का छोटा भाई हाजीकुल शेख के साथ परिवार के लोग गुरुवार की तड़के धनबाद पहुंचेंगे. नूर तीन भाई व तीन बहनों में सबसे बड़ा था. नूर के पिता नखु शेख का देहांत हो चुका है. नूर के भाई का कहना है कि वह गुस्सैला प्रवृत्ति का था. घर से 10 दिन पहले दिल्ली जाने के लिए निकला था. धनबाद कैसे पहुंच गया, पता नहीं चला है. नूर के पास अपना कई मोबाइल भी नहीं था.

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