कोयलांचल में कुर्मी वोट पर सबकी नजर

धनबाद: कोयलांचल में कुर्मी वोट बैंक पर तीन दलों की नजरें हैं. कुर्मी समाज को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए भाजपा, आजसू एवं झामुमो नेतृत्व अपने-अपने तरीके से दांव लगा रहे हैं. सभी पार्टियां झारखंड आंदोलन के पुरोधा रहे बिनोद बिहारी महतो को लेकर राजनीतिक लाभ लेने में लगी है. कोयलांचल में कुर्मी समाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2017 1:09 PM
धनबाद: कोयलांचल में कुर्मी वोट बैंक पर तीन दलों की नजरें हैं. कुर्मी समाज को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए भाजपा, आजसू एवं झामुमो नेतृत्व अपने-अपने तरीके से दांव लगा रहे हैं. सभी पार्टियां झारखंड आंदोलन के पुरोधा रहे बिनोद बिहारी महतो को लेकर राजनीतिक लाभ लेने में लगी है.
कोयलांचल में कुर्मी समाज का है खासा प्रभाव : कोयलांचल में कुर्मी समाज का खासा वोट बैंक है. यहां के लोकल कुर्मी जहां अब तक झामुमो के साथ ज्यादा रहे हैं, वहीं बाहरी कुर्मी आजसू एवं बिहार के सीएम नीतीश कुमार के कारण भाजपा संग ज्यादा खड़ा होते रहे हैं. अब भाजपा की रणनीति झारखंड के कुर्मियों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की है. इसके तहत कोयलांचल यूनिवर्सिटी का नामाकरण बिनोद बिहारी महतो के नाम पर किया गया. इस यूनिवर्सिटी के शिलान्यास समारोह में सीएम ने स्व. महतो के बड़े पुत्र सह टुंडी के विधायक राजकिशोर महतो को मंच पर सम्मानित किया. साफ संकेत दिया कि भाजपा कुर्मी समाज को महत्व दे कर यहां अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रही है. जिला भाजपा में भी राम प्रसाद महतो को महामंत्री बनाया गया, तो पार्टी नेता इंद्रजीत महतो को जिला बीस सूत्री समिति का उपाध्यक्ष.
आजसू भी हुई रेस
भाजपा की बढ़ती सक्रियता को देख आजसू पार्टी भी यहां रेस हो गयी है. लोकल कुर्मी के बीच आजसू की भी गहरी पैठ है. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के नेतृत्व में यहां बिनोद बिहारी महतो की 150 फीट ऊंची प्रतिमा बन रही है. पिछले एक वर्ष से आजसू की यहां सक्रियता काफी बढ़ी हुई है. खासकर टुंडी एवं सिंदरी विधानसभा सीट पर. आजसू की कमान यहां मंटू महतो के हाथ में है. साथ ही राज किशोर महतो के पार्टी में रहने का लाभ मिल रहा है. आजसू की कोशिश है कि बाहरी कुर्मियों को भी अपने पक्ष में किया जाये.
झामुमो के लिए बड़ी चुनौती
झामुमो जिसे मांझी-महतो की पार्टी कहा जाता था के वोट बैंक का आधार कुर्मी था. कोयलांचल में चल रहे राजनीतिक उथल-पुथल पर झामुमो की नजर है. पार्टी यहां की गिरिडीह लोकसभा सीट के अलावा टुंडी, सिंदरी एवं बाघमारा विधानसभा सीट पर काफी ध्यान केंद्रित किये हुए है. यहां कुर्मी समाज को अपने साथ रखना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है. झामुमो नेतृत्व यहां विधायक जगरनाथ महतो, पूर्व मंत्री मथुरा प्रसाद महतो को आगे कर रही है.

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