भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में प्रभात खबर का आभार जताने आये संजीव वर्णवाल, कहा-खबर ने हिम्मत दी

धनबाद: मुख्यमंत्री जनसंवाद से लौटकर संजीव वर्णवाल मंगलवार की रात प्रभात खबर के कोलाकुसमा स्थित कार्यालय पहुंचे. उन्होंने जून 2016 में दुकान आवंटन में गड़बड़ी का सवाल समाचार पत्र में प्रमुखता से उठाने के लिए प्रभात खबर का आभार जताया और कहा कि पेपर कटिंग ने उन्हें धनबाद से लेकर रांची तक अपना पक्ष मजबूती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 12:41 PM
धनबाद: मुख्यमंत्री जनसंवाद से लौटकर संजीव वर्णवाल मंगलवार की रात प्रभात खबर के कोलाकुसमा स्थित कार्यालय पहुंचे. उन्होंने जून 2016 में दुकान आवंटन में गड़बड़ी का सवाल समाचार पत्र में प्रमुखता से उठाने के लिए प्रभात खबर का आभार जताया और कहा कि पेपर कटिंग ने उन्हें धनबाद से लेकर रांची तक अपना पक्ष मजबूती से रखने में मदद की.

वर्णवाल ने कहा कि 2 अप्रैल 2016 को बाजार समिति में फल का कारोबार करने के लिए मां तारा फूड मर्चेंट के नाम से लाइसेंस लिया था. गल्ला मंडी में 14 व फल मंडी में नौ दुकान नयी बनी है. जून 2016 में दुकान आवंटन में गड़बड़ी की खबर प्रभात खबर ने प्रमुखता से छापी थी. मुख्यमंत्री जन संवाद में इसकी कटिंग मुख्यमंत्री को भी सौंपी. प्रभात खबर में मामला छपने के बाद मुझे हिम्मत आयी. एसडीओ से मिला. कुछ पहल नहीं हुई तो सीधे मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत की. मुख्यमंत्री जन संवाद से न्याय मिलने की उम्मीद है.

तीन-तीन लाख में दुकान का आवंटन
नयी दुकान के आवंटन के लिए 20 हजार सिक्यूरिटी मनी ली गयी. न तो लॉटरी की गयी और न ही नये लाइसेंसधारी को दुकान आवंटन किया गया. सचिव ने दुकान आवंटन के एवज में तीन लाख रुपये मांगे. पैसा नहीं दिया तो पुराने दुकानदारों को तीन-तीन लाख रुपये लेकर दुकान आवंटित कर दिया गया. इसकी शिकायत एसडीओ से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक जून 2017 को मुख्यमंत्री जन संवाद में शिकायत दर्ज करायी. 28 नवंबर को मुख्यमंत्री ने मेरी बात सुनी.
प्लेटफॉर्म को घेर दुकान बना देने के भी लिये पैसे वर्णवाल ने कहा कि सचिव ने प्लेटफॉर्म को घेरकर दुकान बनाकर देने के एवज में भी पैसा लिया था. प्लेटफॉर्म में दुकान बनाने के लिए मेरे नाम से पत्र भी जारी किया गया, लेकिन दो माह बाद पुन: सचिव ने मेरे आवास में एक पत्र भेजा जिसमें लिखा था कि प्लेटफॉर्म को घेरकर दुकान में परिवर्तित करने का अधिकार समिति को नहीं है.
पुराने कारोबारी को दी गयी दुकान
संजीव वर्णवाल के मुताबिक फल मंडी में पहले से 50 दुकानें हैं. लगभग 15 कारोबारी को लाइसेंस मिला हुआ है. जो कारोबारी पहले से यहां दुकान लिये हुए हैं, उन्हें ही नयी दुकान आवंटित की गयी है. उन्होंने इसकी सूची मुख्यमंत्री को भी दी है.

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