11 लाख मुआवजा व नियोजन पर बनी सहमति, 31 घंटे बाद गेट जाम हटा
11 लाख रुपये मिला मुआवजा, सिंदरी में लौटी शांति
अदानी एसीसी सीमेंट फैक्ट्री के मृतक ठेकाकर्मी तपन मंडल के परिजनों को बुधवार को मुआवजा व नियोजन दिया गया. कंपनी में कार्यरत विवेक इंफ्रा के ठेकाकर्मी सीमाटांड़ निवासी तपन मंडल कार्य के दौरान तीन अगस्त को बेहोश हो गया था. रांची में इलाज के दौरान पांच अगस्त को मौत हो गयी. इसके बाद आंदोलन के फलस्वरूप एसीसी प्रबंधन ने बुधवार को लगभग 31 घंटे बाद चौथे राउंड की वार्ता में सहमति बन पायी. परिजनों के साथ 11 लाख रु मुआवजा राशि और आजीवन अस्थायी नियोजन पर सहमति पर रकम सौंप दी गयी है.उसके बाद गेट जाम हटा लिया गया.
रामू मंडल और बबलू महतो की मेहनत लायी रंग : मृतक के परिजनों को मुआवजा और नियोजन दिलाने के लिए परिजनों को लेकर झामुमो महानगर उपाध्यक्ष रामू मंडल और मासस केंद्रीय सचिव चंद्रदेव महतो उर्फ बबलू महतो ने एसीसी प्रबंधन से वार्ता की. दो घंटे की वार्ता के विफल होने के बाद तपन के शव को गेट पर रखकर मंगलवार की सुबह गेट जाम कर दिया गया. प्रबंधन और परिजनों संग दूसरे दौर की वार्ता के बाद भी परिजनों की शर्तों पर सहमति नहीं बन पायी. मंगलवार की देर रात 11 बजे एसडीपीओ सिंदरी भूपेंद्र प्रसाद राउत व झरिया सीओ राम सुमन प्रसाद के साथ प्रबंधन और मृतक के परिजनों के बीच चली त्रिपक्षीय वार्ता भी विफल रही. बुधवार को दोनों पदाधिकारियों की उपस्थिति में त्रिपक्षीय वार्ता में सहमति बनी. इसमें मृतक तपन मंडल की पत्नी संध्या रानी को बतौर मुआवजा 11 लाख रु, दाह संस्कार के लिए 20 हजार रु और एसीसी में ठेकाकर्मी के पद पर नियोजित किया गया.
वार्ता में ये थे शामिल : वार्ता में पत्नी संध्या रानी, भाई विपिन मंडल, ऋषि मंडल, मुखिया गौरी हांसदा, पंसस सोहन सोरेन, झामुमो नेता धरनीधर मंडल, जिलाध्यक्ष लखी सोरेन, मन्नू आलम, समाजसेवी अंबुज मंडल, रामू मंडल, भाजपा जिलाध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर, अरविंद पाठक, मासस नेता चंद्रदेव महतो, कांग्रेस नेता अजय कुमार, माले नेता बिमल रवानी, बसंत ठाकुर, सुबल गोराईं, अशोक मंडल, दशरथ मंडल, नाजू सिंह, जेबीकेएसएस नेता एकलाख अहमद आदि थे.
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