सवालों में पुलिस: लाखों का गबन करनेवाले पूर्व मुखिया, बिचौलिया समेत आठ आरोपी हैं पुलिस पकड़ से बाहर

!!शंकर साव!!बाघमारा : प्राथमिकी दर्ज किये जाने के दूसरे ही दिन डीएसपी बाहमन टुटी के निर्देश पर इंस्पेक्टर किशुन मुर्मू के नेतृत्व में बाघमारा पुलिस की एक टीम गठित की गयी थी. मामले में जिला प्रशासन भी काफी रेस था, लेकिन जैसे–जैसे दिन बीतता गया, मामला ठंडे बस्ते में समय गया. अब बाघमारा पुलिस नामजद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2017 10:09 AM

!!शंकर साव!!
बाघमारा : प्राथमिकी दर्ज किये जाने के दूसरे ही दिन डीएसपी बाहमन टुटी के निर्देश पर इंस्पेक्टर किशुन मुर्मू के नेतृत्व में बाघमारा पुलिस की एक टीम गठित की गयी थी. मामले में जिला प्रशासन भी काफी रेस था, लेकिन जैसे–जैसे दिन बीतता गया, मामला ठंडे बस्ते में समय गया. अब बाघमारा पुलिस नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही है. याद रहे कि पंचायत की तत्कालीन मुखिया सविता देवी, बिचौलिया राजेश्वर मुंशी समेत आठ लोगों पर सरकारी राशि के गबन की एफआइआर दर्ज है. इन पर 71 लाख 21 हजार 746 रुपये घोटाला करने का आरोप है. इन आरोपियों के घपलों की कहानी 93 पन्नों में दर्ज है. प्रभारी बीडीओ अनंत कुमार कहते हैं, ‘पंचायत स्तरीय गठित जांच टीम के संयुक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपियों पर एफआइआर की गयी थी.

जांच में व्यापक पैमाने पर सरकारी राशि के वारा–न्यारा का मामला सामने आया. धरातल पर कोई कार्य हुआ नहीं और राशि उठा ली गयी थी. जांच टीमों की रिपोर्ट मिलने के बाद डीसी ए दोड्डे ने कड़ा रुख अख्तियार किया था. अभी भी मामले की जांच चल रही है. कई और लोग नामजद होंगे.’ इसी मामले में एसीबी द्वारा घूस लेते पकड़े गये पूर्व बीडीओ गिरिजानंद किस्कू को सरकार पुन: निलंबित कर चुकी है. गिरिजानंद के पकड़े जाने के कुछ दिन बाद जिला प्रशासन की एक टीम ने दलूडीह आदि जगहों पर जाकर विकास योजनाओं की जांच की थी. इसमें भारी अनियमितता देखने को मिली थी. बीडीओ कहते हैं, ‘मामला दर्ज होने के करीब एक महीने के बाद उपायुक्त के निर्देश पर दलुडीह मुखिया सविता देवी का सारा अधिकार व कार्यभार वापस ले लिया गया. उपमुखिया मधुसूदन प्रसाद को पंचायत का कार्यभार को सौंपा गया है.

आरक्षी अधीक्षक का आदेश हवा में

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बाघमारा थाना प्रभारी को अारोपियों को पकड़ने का निर्देश दिया था. बावजूद पुलिस मामले में अगंभीर दिख रही है. निवर्तमान मुखिया सबिता देवी, पति अशोक सोरेन को अब तक नहीं गिरफ्तार किया जा सका है. सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. नामजद आरोपी राजेश्वर प्रसाद मुंशी उर्फ राजेष मुंशी को दलूडीह में अक्सर देखा जा सकता है. मुंशी मुखिया के लिए बिचौलिया के अलावा ठेकेदार व सप्लायर का काम करता था.

इन पर दर्ज है मामला

मुखिया सविता देवी, पंचायत सचिव राधाबल्लभ सहाय, बिचौलिया व सप्लायर राजेश्वर प्रसाद मुंशी उर्फ राजेश मुंशी, वर्तमान रोजगार सेवक अनिल कुमार, पूर्व रोजगार सेवक अमरेंद्र कुमार दूबे, सहायक अभियंता गुप्तेश्वर प्रसाद, कनीय अभियंता हराधन महतो, कनीय अभियंता पप्पू मंडल.

मामला दर्ज होने के बाद केस के अनुसंधानकर्ता सअनि सूरजू टुडू 15 दिनों के लिए छुट्टी में चले गये. अब उनका स्थानांतरण दुमका हो गया है, इसलिए अारोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. फिलहाल अनुसंधान जारी है.
बाहमन टुटी, डीएसपी

नामजद आरोपियों में पंचायत सचिव राधाबल्लभ सहाय, वर्तमान रोजगार सेवक अनिल कुमार, पूर्व रोजगार सेवक अमरेन्द्र कुमार दूबे, सहायक अभियंता गुप्तेश्वर प्रसाद, कनीय अभियंता हराधन महतो एंव कनीय अभियंता पप्पू मंडल पर विभागीय कार्रवाई के तहत सभी को सस्पेंड कर दिया गया है. सभी फरार है. अभी तक किसी ने मामले पर सफाई बयान नहीं दिया है.
अनंत कुमार, प्रभारी बीडीओ, बाघमारा

पुलिस गिरफ्तार करने कई बार नामजद आरोपियों के घर छापेमारी कर चुकी है. सभी आरोपी फरार मिले. जल्द ही सभी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर लेगी.
महेश्वर प्रसाद रंजन, थाना प्रभारी

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