पिछड़ रहे शहरी क्षेत्र के बच्चे

धनबाद: दसवीं हो या बारहवीं, सरकारी हो या निजी. शहर के स्कूल पिछड़ रहे हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा में जिला टॉप टेन में गांव के स्कूली बच्चों ने ही बाजी मारी. जिला टॉपर प्रोजेक्ट आरएमएस उच्च विद्यालय, महुदा का छात्र गौरव कुमार शांडिल्य बना. वहीं जैक की ही बारहवीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:43 PM

धनबाद: दसवीं हो या बारहवीं, सरकारी हो या निजी. शहर के स्कूल पिछड़ रहे हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा आयोजित दसवीं की परीक्षा में जिला टॉप टेन में गांव के स्कूली बच्चों ने ही बाजी मारी. जिला टॉपर प्रोजेक्ट आरएमएस उच्च विद्यालय, महुदा का छात्र गौरव कुमार शांडिल्य बना.

वहीं जैक की ही बारहवीं की तीनों संकायों की परीक्षा में भी शहर के स्कूली बच्चे कुछ कमाल नहीं दिखा पाये. डीएवी +2 हाई स्कूल कतरासगढ़ साइंस की छात्र शुभम गोयल, कॉमर्स की छात्र कोमल कुमारी व आर्ट्स की छात्र नेहा कुमारी जिला टॉपर रही.

सीबीएसइ बारहवीं साइंस में सरस्वती विद्या मंदिर, सिनीडीह, बाघमारा के छात्र अतुल वैभव 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप पर रहे. केवल कॉमर्स में राजकमल की छात्र हिमानी प्रिया जिला टॉपर रहीं. अब दसवीं के परिणाम में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. डीएवी महुदा के जहां 103 बच्चों में 35 को 10 सीजीपीए मिला है, वहीं डीएवी कोयला नगर के 280 में 49 एवं डीपीएस के 236 में 45 को दस सीजीपीए मिले हैं.

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