झारखंड : ….जब पुलिस बहाली की गलत सूचना पर चला दी परीक्षा स्पेशल ट्रेन, रेलवे को हुआ लाखों का घाटा

रेलवे को लाखों का घाटा धनबाद-पटना ट्रेन की 17 बोगी गयी खाली नीरज अंबष्ट धनबाद : पूर्व मध्य रेलवे की मानें तो झारखंड में पुलिस भर्ती परीक्षा चल रही है. इसके लिए उसने रविवार को परीक्षा स्पेशल ट्रेन भी चला दी. ट्रेन धनबाद से अपराह्न में खुली. लेकिन हकीकत यह है कि झारखंड में आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 22, 2018 8:32 AM
रेलवे को लाखों का घाटा धनबाद-पटना ट्रेन की 17 बोगी गयी खाली
नीरज अंबष्ट
धनबाद : पूर्व मध्य रेलवे की मानें तो झारखंड में पुलिस भर्ती परीक्षा चल रही है. इसके लिए उसने रविवार को परीक्षा स्पेशल ट्रेन भी चला दी. ट्रेन धनबाद से अपराह्न में खुली. लेकिन हकीकत यह है कि झारखंड में आज कहीं भी पुलिस भर्ती परीक्षा नहीं थी. लिहाजा ट्रेन खाली गयी.
इससे रेलवे को लाखों रुपये का घाटा हुआ. अलबत्ता यहां झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमेटी की ओर से पंचायत सेवक और समाहरणालय सहायक पद के लिए परीक्षा ली जा रही है और भीड़ उतनी नहीं कि स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाये.
झारखंड पुलिस भर्ती परीक्षा की थी रेलवे को सूचना : रेलवे की ओर से 20 जनवरी को अखबारों में प्रकाशित विज्ञापन में कहा गया था कि झारखंड पुलिस भर्ती परीक्षा के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा धनबाद और पटना के बीच दिनांक 21.01.18, 28.01.18 एवं 04.02.18 को परीक्षा स्पेशल ट्रेन परिचालन का समय किया जा रहा है. ट्रेन धनबाद से 14.00 बजे खुलेगी और पटना 20.30 में पहुंचेगी.
ट्रेन का समय बढ़ा कर भी देखा
रेलवे प्रशासन ने परीक्षा स्पेशल ट्रेन के लिए पुख्ता प्रबंध किये थे. धनबाद स्टेशन से 14.00 बजे पटना के लिए ट्रेन को रवाना करना था. जब तय समय तक परीक्षार्थी नहीं आये तो रेलवे को लगा कि थोड़ा इंतजार करना चाहिए. लिहाजा ट्रेन का समय बढ़ा कर 15.30 बजे कर दिया गया. लेकिन उसके बाद भी यात्री नहीं मिले तो ट्रेन को धनबाद से पटना के लिए रवाना कर दिया गया.
सरकार के आग्रह पर चलायी गयी ट्रेन
झारखंड सरकार ने परीक्षा के लिए धनबाद-पटना स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की थी. उसी के आधार पर ट्रेन चलायी गयी है. इस ट्रेन में यदि सवारी नहीं मिली है तो अगली बार ट्रेन चलाने पर विचार किया जायेगा.
राजेश कुमार, मुख्य जन संपर्क अधिकारी, इसीआर
17 बोगी में इक्का-दुक्का यात्री
धनबाद-पटना परीक्षा स्पेशल ट्रेन में कुल 17 साधारण बोगी थी. ट्रेन में गिने-चुने लोग थे. वे भी दूसरी ट्रेन पकड़ने आये थे. इस ट्रेन के बारे में पता चला तो उसमें सवार हो गये. इन्हें गया, कोडरमा जाना था. दो तीन बोगी में ही यात्री बैठे मिले. जबकि अन्य बोगी की खिड़की तक नहीं खुली.

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