सियालगुदरी टैंक ध्वस्त मामले में प्रशासनिक चुप्पी खतरनाक

धनबादः बोकारो विधायक समरेश सिंह ने कहा है कि सियालगुदरी में शहरी जलापूर्ति योजना के तहत बन रहे जलमीनार के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. इस कारण वहां टैंक की ढलाई के एक दिन बाद ही छत ध्वस्त हो गयी. पर प्रशासन के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. रविवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2014 5:07 AM

धनबादः बोकारो विधायक समरेश सिंह ने कहा है कि सियालगुदरी में शहरी जलापूर्ति योजना के तहत बन रहे जलमीनार के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. इस कारण वहां टैंक की ढलाई के एक दिन बाद ही छत ध्वस्त हो गयी.

पर प्रशासन के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. रविवार को यहां पत्रकार सम्मेलन में श्री सिंह ने कहा कि सियालगुदरी में निर्माणधीन टैंक की छत 25 अप्रैल को गिर गयी, लेकिन, आज तक जिला प्रशासन के कोई अधिकारी वहां नहीं गये. जबकि जमीन के लिए प्रशासन के आला अधिकारी तक वहां गये थे. कहा कि तीन सौ करोड़ रुपये की इस योजना का ठेका देश के एक प्रतिष्ठित कंपनी को दी गयी है.

लेकिन, वहां पर आज जब जेवीएम की टीम गयी तो पाया कि बंगला भट्ठा वाली ईंट, नकली सीमेंट, बालू, चिप्स का इस्तेमाल हो रहा है. कुछ सामग्री को पार्टी की जांच टीम ने जब्त भी किया. सिंदरी के विधायक फूलचंद मंडल ने कहा कि जांच के दौरान कार्यस्थल पर एक भी जिम्मेवार अधिकारी नहीं मिले. सुपरवाइजर ग्रेड के लोगों की देख-रेख में काम हो रहा था. इस मामले में वहां के मुखिया द्वारा एसपी को शिकायत पत्र दे कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की गयी है.

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