सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ाई कर IAS बने कुलदीप चौधरी, अभी हैं धनबाद के डीडीसी

!!संजीव झा!! धनबाद :सिविल सर्विसेस परीक्षा में सफल होना है तो पहले इच्छाशक्ति मजबूत करें. दिल से यह तय कर लें कि सिविल सेवा में ही जाना है. इसके बाद ही इसके लिए तैयारी करें. यह कहना है धनबाद के उप विकास आयुक्त कुलदीप चौधरी.भारतीय प्रशासनिक सेवा 2014 बैच के अधिकारी श्री चौधरी ने एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2018 8:01 PM

!!संजीव झा!!

धनबाद :सिविल सर्विसेस परीक्षा में सफल होना है तो पहले इच्छाशक्ति मजबूत करें. दिल से यह तय कर लें कि सिविल सेवा में ही जाना है. इसके बाद ही इसके लिए तैयारी करें. यह कहना है धनबाद के उप विकास आयुक्त कुलदीप चौधरी.भारतीय प्रशासनिक सेवा 2014 बैच के अधिकारी श्री चौधरी ने एक सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाई कर पहले आइआइटी की परीक्षा में सफलता हासिल की. फिर पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की.
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिला के गंगापुर सिटी जैसे छोटे से तहसील से इंटर तक की पढ़ाई करने के बाद जब आइटी से बी टेक एवं एम टेक करने के बाद सिविल सर्विसेस में आने की क्या वजह थी के जवाब में कहा कि बी टेक करने के दौरान ही तय कर लिया था कि सिविल सर्विसेस में जाना है.
इसकी बड़ी वजह है कि आइएएस के रूप में आप समाज के लिए कुछ कर सकते हैं. सरकार की योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंचा सकते हैं. बचपन से ही देखता था कि पंचायत स्तर पर भी जो काम एक सरकार अधिकारी करा सकते हैं. वह दूसरा नहीं. पिछले दस वर्षों के प्रश्न पत्र सॉल्व करें. यूपीएससी की तैयारी युवा कैसे करें के जवाब में बताया कि आज इंटरनेट पर भी बहुत सारी पाठ्य सामग्री उपलब्ध है. छात्र नेट के सहारे भी पढ़ाई कर सकते हैं. साथ ही पिछले दस वर्षों में यूपीएससी में आये प्रश्न पत्रों को सॉल्व करें. इसे बहुत मदद मिलती है. कोचिंग भी कर सकते हैं. करेंट अफेयर्स पर भी फोकस करें. साथ ही लेख लिखने का भी ज्यादा अभ्यास करें. पीटी के बाद मेंस व इंटरव्यू से पहले विभिन्न विषयों पर अपने विचार तय कर सामने वाले के समक्ष कैसे रखना है पर फोकस करें. इसके लिए उक्त विषय की डेप्थ जानकारी जरूरी है. इंटरव्यू से पहले व्यक्तित्व में निखार जरूरी है.
प्रोफाइल
पूरा नाम -कुलदीप चौधरी.
पिता- सूरज लाल (रिटायर्ड रेल अधिकारी).
माता – प्रेमा देवी (गृहिणी).
शिक्षा – इंटर तक गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर राजस्थान से.
बीटेक एवं एम टेक – आइआइटी कानपुर से वर्ष 2012 में.
सिविल सेवा में 2014 में चयनित.
गुमला में प्रशिक्षु आइएएस के रूप में रहे. इसके बाद एचआरडी मंत्रालय में संयुक्त सचिव, फिर बेरमो के एसडीएम. वर्तमान में धनबाद के डीडीसी.

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