वेलेंटाइन वीक : प्रॉमिस डे के रूप में मनाया गया पांचवां दिन, हुआ भावनाओं का इजहार

सत्या राज धनबाद : वेलेंटाइन वीक के पांचवे दिन रविवार को प्रॉमिस डे सेलीब्रेट किया गया. नवविवाहित जोड़ा, दोस्त, भावनात्मक रिश्ते के बीच यह वादा किया गया कि एक दूसरे का हमेशा साथ देंगे. दिल नहीं तोड़ेगे. लेकिन इन सब से अलग कोयलांचल केकुछ ऐस बुजुर्ग जोड़ों से प्रभात खबर ने बात की जो छह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2018 5:21 AM
सत्या राज
धनबाद : वेलेंटाइन वीक के पांचवे दिन रविवार को प्रॉमिस डे सेलीब्रेट किया गया. नवविवाहित जोड़ा, दोस्त, भावनात्मक रिश्ते के बीच यह वादा किया गया कि एक दूसरे का हमेशा साथ देंगे.
दिल नहीं तोड़ेगे. लेकिन इन सब से अलग कोयलांचल केकुछ ऐस बुजुर्ग जोड़ों से प्रभात खबर ने बात की जो छह दशक से एक साथ हैं. आज भी उतने ही खुश हैं जितने छह दशक पहले हुआ करते थे. इन बुजुर्गों की यादों के पिटारे से हम युवा जोड़ों के लिए कुछ संदेश, परिवार को बांधे रखने के टिप्स और ढेर सारा प्यार-आशीर्वाद समेट लाये हैं…
प्रॉमिस डे पर हुआ भावनाओं का इजहार
धनबाद. वेलेंटाइन वीक के पांचवे दिन प्रॉमिस डे पर कोयलांचल के रेस्टोरेंट और बिरसा मुंडा पार्क में प्रेमी युगल अपनी भावनाओं का इजहार करते दिखे. हमेशा एक दूजे का साथ देने के कसमे वादे खाये. वेलेंटाइन वीक के छठे दिन सोमवार को हग डे मनाया जायेगा. वैसे जोड़ों द्वारा वेलेंटाइन डे मनाने की तैयारी की जा रही है.
तेरा साथ दो जहां से प्यारा
रिटायर डीजीएमएस प्रशासनिक पदाधिकारी विकास नगर निवासी मिश्री सिंह और इनकी धर्मपत्नी ललिता सिंह का साथ 58 साल का है. 11 मई 1960 को ये परिणय सूत्र में बंधे थे.
आज भी इस जोड़े के बीच वही प्यार, वही अपनत्व झलकता है. श्री सिंह कहते हैं कि हमारे पांच बच्चे हैं. बड़ा बेटा प्रदीप सिंह सीसीएल में ऑफिसर है, छोटा बेटा संजीव सिंह सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता है. बड़ी बेटी डॉ मंजू सिंह अभया सुंदरी स्कूल में शिक्षिका हैं़ दोनों बेटियां अंजू और रंजू भी अपने परिवार में खुशहाल हैं. हमने एक साथ कितने उतार चढ़ाव देखे.
पत्नी अच्छी दोस्त की तरह हमेशा मेरे साथ रही. आज अपनी जिम्मेवारियों से हम मुक्त हैं, लेकिन बच्चों का मार्गदर्शन करना नहीं छोड़ा है. नयी पीढ़ी से हम दोनों का यही कहना है पति-पत्नी का रिश्ता जितना प्यारा होता है, उससे कहीं नाजुक होता है. एक दूसरे की भावना की कद्र करें. हर इंसान परफेक्ट नहीं होता, अगर आपके पार्टनर में कोई कमी है तो उसे प्यार से दूर करें.
सात जन्मों का मिले साथ
चनचनी कॉलोनी निवासी व्यवसायी विमल तुलस्यान और मारवाड़ी महिला सम्मेलन की प्रांतीय अध्यक्ष निर्मला तुलस्यान के विवाह को 56 साल हो गये हैं. 8 जुलाई 1962 को विवाह बंधन में बंधे थे. ये जोड़ा युवाओं के लिए आदर्श है. आज भी एक-दूसरे से राय लेकर कोई काम करते हैं.
एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हैं. इनके चार बेटे हैं. खुशहाल फैमिली है. श्री तुलस्यान कहते हैं कि सुखी परिवार और जीवन का आधार मजबूत नींव होती है. इस बात की खुशी है कि हमारा संयुक्त परिवार है. सभी एक-दूसरे की कद्र करते हैं. भावनाओं का सम्मान करते हैं. युवा पीढ़ी को हमारा यही संदेश है कि जीवन संघर्ष है.
संघर्ष से डरें नहीं, एक-दूसरे के साथ सहयोग करते हुए आगे बढ़ें. एक आदर्श परिवार वही है जहां सभी एक दूसरे का सम्मान करते हों, प्यार करते हों. मेरी पत्नी ने हर कदम मेरा साथ दिया. निर्मला तुलस्यान कहती हैं युवा पीढ़ी बुजुर्गों का सम्मान करें. हमारा एक दूसरे से यही वादा है सात जन्मों तक हमें एक दूजे का साथ मिले.
तेरा मेरा साथ रहे हमेशा
गणपति अपार्टमेंट झारूडीह के रहनेवाले माडा से सीनियर एक्जिक्यूटिव इंजीनियर पद से रिटायर रमेश चंद्र सिन्हा और इनकी धर्मपत्नी प्रभा सिन्हा नौ जुलाई 1968 को विवाह बंधन में बंधे थे.
इनके तीन बच्चे हैं. बड़ी बेटी डॉ निकिता सिन्हा और दामाद डॉ समीर कुमार अपने परिवार के साथ धनबाद में ही हैं. छोटी बेटी सुनीता सिन्हा कमांडर सुमित सिन्हा के साथ दिल्ली में रह रही हैं. बेटा आशुतोष आनंद सीनियर वाइस प्रेसिडेंट वन डायरेक्ट कंपनी दिल्ली में कार्यरत हैं. श्री सिन्हा का कहना है हमारे समय में इतनी सुविधा नही थी और न ही समाज में इतना खुलापन था. बावजूद इसके हमलोगों ने हर रिश्ते का सम्मान किया. जीवन के तमाम झंझावतों को सहे, उनसे लड़े. नयी पीढ़ी से हमारा यही कहना है बड़ों का सम्मान करें और छोटों को स्नेह दें. प्रॉमिस डे पर एक दूसरे से यही वादा करें कि एक दूजे के साथ हमेशा खुशहाल रहेंगे.

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