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झारखंड :सिंदरी में उर्वरक कारखाना के भूमि पूजन की तैयारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं शिलान्यास
सिंदरी : सिंदरी में उर्वरक प्लांट की स्थापना के लिए जल्द भूमि पूजन का कार्य हाेगा. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना हर्ल को मूर्त रूप देने की तैयारी है. नौ फरवरी को छत्तीसगढ़ के कोरबा की कंपनी डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड को कार्यादेश मिला. सिंदरी में कंपनी का साइट कार्यालय भी खुल चुका है. अब उर्वरक […]
सिंदरी : सिंदरी में उर्वरक प्लांट की स्थापना के लिए जल्द भूमि पूजन का कार्य हाेगा. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना हर्ल को मूर्त रूप देने की तैयारी है. नौ फरवरी को छत्तीसगढ़ के कोरबा की कंपनी डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड को कार्यादेश मिला. सिंदरी में कंपनी का साइट कार्यालय भी खुल चुका है.
अब उर्वरक कारखाना के भूमि पूजन की तैयारी चल रही है. ऐसी चर्चा है कि शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों करवाया जायेगा. सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास पूर्व में ही इस आशय की जानकारी दे चुके हैं. हालांकि शिलान्यास कार्यक्रम की आधिकारिक तिथि की घोषणा अभी नहीं की गयी है. हर्ल के अपर महाप्रबंधक एमसी कर्ण ने दिल्ली से दूरभाष पर बताया कि हर्ल ने ठेका मजदूर रखने के लिए मुख्य नियोक्ता को रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन 16 फरवरी को डिप्टी सीएलसी (सी) कार्यालय, धनबाद में दिया था. वहां से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है.
रेगुलेटरी कमेटी ने दी सहमति : हर्ल ने दामाेदर वैली रिजर्वायर रेगुलेटरी कमेटी को दामोदर नदी से 1250 घन मीटर प्रति घंटा पानी के लिए आवेदन दिया था. 15 फरवरी को हर्ल को कमेटी का आवंटन पत्र मिल गया. हर्ल का नया पंप हाउस एफसीआइएल के टासरा व सिंदरी पंप हाउस के बीच प्रस्तावित है. सर्वे का काम पूरा हो चुका है.
नयी योजना से जलापूर्ति में सुधार होगा. वहीं एफसीआइ से हर्ल को भूमि हस्तांतरित करने में लगने वाली स्टांप ड्यूटी को माफ करने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया गया था. हर्ल के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार गुप्ता ने पूर्व में सचिव स्तर पर वार्ता की थी. 15 फरवरी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव की समीक्षा बैठक में बताया गया कि स्टांप ड्यूटी 11.56 करोड़ माफ करने के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी है. कैबिनेट इसे अंतिम रूप देगी.
अप्रोच रोड बनाने का आश्वासन
हर्ल ने राज्य सरकार से अप्रोच रोड बनाने का भी आग्रह किया था. 15 फरवरी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव की समीक्षा बैठक में जानकारी दी गयी कि अप्रोच रोड के लिए डीपीआर बनाने का कार्य प्रगति पर है. सड़क हीरक रोड से कांड्रा वाया भीखराजपुर, खालसा मोड़, आरएमके फोर, रोहड़ाबांध चौक वाया मनोहरटांड़ व एसएल टू टावर से शहरपुरा होकर बनेगी.
एसीसी की माल ढुलाई का मार्ग बदलेगा
अभी सीमेंट उत्पादक कंपनी एसीसी की माल ढुलाई हर्ल के प्रस्तावित आवासीय परिसर व कार्यालय के समीप से होती है. भारी वाहनों के परिचालन से वायु प्रदूषण काफी अधिक होता है. बनने वाले आवासीय परिसर को प्रदूषण से जूझना पड़ेगा. इससे निबटने के लिए हर्ल ने एसीसी को नया रास्ता देने का निर्णय लिया है.
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