चोरों के आतंक से त्रस्त शिवम् कॉलोनीवासी

धनबाद : सरायढेला थाना क्षेत्र के एनएच-32 के किनारे भूईंफोड़ मंदिर के पास बसी है शिवम् कॉलोनी. यहां 2005 में कॉलोनी बसनी शुरू हुई. शुरू में मात्र आठ घर थे. आज यहां लगभग पचास घर हैं और लगभग चार सौ लोग रहते हैं. यहां के वाशिंदों की मुख्य समस्या है स्ट्रीट लाइट का न होना. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2018 5:47 AM
धनबाद : सरायढेला थाना क्षेत्र के एनएच-32 के किनारे भूईंफोड़ मंदिर के पास बसी है शिवम् कॉलोनी. यहां 2005 में कॉलोनी बसनी शुरू हुई. शुरू में मात्र आठ घर थे. आज यहां लगभग पचास घर हैं और लगभग चार सौ लोग रहते हैं. यहां के वाशिंदों की मुख्य समस्या है स्ट्रीट लाइट का न होना. डस्टबीन नहीं रहने से खाली पड़ी जमीन में लोग कचरा फेंकते हैं. पाइप तो बिछायी गयी है, लेकिन जलापूर्ति नहीं की जा रही है.
मुहल्लेवाले कहते हैं कि चोरों का इतना आतंक है की रतजगा करनी पड़ती है. अब तो गार्ड को रखा गया है. शिवम् कॉलोनी नाम कैसे पड़ा पूछने पर मुहल्लेवाले कहते हैं कि कॉलोेनी से निकलते ही सामने भूईफोड़ मंदिर पड़ता है.
इसलिए यहां शिवम कॉलोनी, शिवम पेट्रोल पंप, शिवम होटल आदि बसे. कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट नहीं रहने से काफी परेशानी होती है. अंधेरा होने के बाद बाहर निकलना मुश्किल होता है. नगर निगम को टैक्स देते हैं, लेकिन न तो कभी कचरा उठाने की गाड़ी आती है और न ही फॉगिंग होता है. शाम हुई नहीं की मच्छरों फौज सड़कों पर, घरों में कब्जा कर लेते हैं. बाहर निकलना नहीं हो पाता है.
बरसात में यहां पानी जमा हो जाता है. एकदम नारकीय स्थिति हो जाती है. यहां के लोगों का कहना है कॉलोनी में दो अपार्टमेंट बन रहे हैं. 11 हजार वोल्ट का तार कॉलोनी में खींचा जा रहा है, जो गलत है़ रेसिडेंशियल इलाके में अपार्टमेंट नहीं बनने चाहिए. विभाग से कैसे नक्शा पास कर दिया जाता है. घर के सामने ट्रांसफॉर्मर लगने से परेशानी बढ़ जायेगी. सड़क भी सिर्फ बारह फीट चौड़ी ही है. ऐसे में यहां अपार्टमेंट बनने से गाड़ी कहां पार्क होगी. कोई घटना घटने पर अग्निशमन वाहन यहां तक कैसे आ पायेगा.

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