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पांच रु में दाल-भात योजना बंद

धनबाद: गरीबों के लिए दाल-भात योजना एक मई से बंद हो गयी है. जिले के 19 केंद्रों पर पांच रुपये में दाल-भात मिलते थे. गरीब आज भी इन केंद्रों पर पहुंचते हैं, लेकिन कोई नहीं मिलता. प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 प्रधानमंत्री से त्रस्त नेपाल में होगी राजशाही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2014 9:26 AM

धनबाद: गरीबों के लिए दाल-भात योजना एक मई से बंद हो गयी है. जिले के 19 केंद्रों पर पांच रुपये में दाल-भात मिलते थे. गरीब आज भी इन केंद्रों पर पहुंचते हैं, लेकिन कोई नहीं मिलता.

कचहरी मैदान में चलने वाले मदर टेरेसा दाल भात केंद्र के संचालक अमरजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने एक मई से ही अपना केंद्र बंद कर दिया है. कई केंद्र तो अप्रैल माह से ही बंद हो गये थे, लेकिन दो – चार इस आशा में बाजार से चावल लेकर चला रहे थे कि शायद मई माह से आवंटन मिलने लगेगा. लेकिन इस माह भी जब आवंटन नहीं आया तो संबंधित अधिकारी से बातचीत की गयी. जवाब मिला कि जब तक आवंटन नहीं आयेगा, तब तक वे लोग अनाज देने में असमर्थ हैं.

क्या थी योजना
एक केंद्र को प्रतिदिन 80 किलो चावल एक रुपये किलो की दर से मिलता था. इसी चावल से केंद्र संचालकों को चावल, दाल और तरकरी चार सौ लोगों को प्रतिदिन पांच रुपये की दर से खिलाना था. केंद्र का लाभ रिक्शा चलाने वाले, गांव – देहात से आने वाले गरीब तबका के लोग उठाते थे. इस योजना को तत्कालीन भू राजस्व एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री मथुरा प्रसाद महतो ने शुरू करवाया था. इसका उद्घाटन वर्ष 2011 में हुआ था. उन्होंने खुद केंद्र का उद्घाटन करने के बाद यहां भोजन किया था. योजना का मकसद था कि पांच रुपये में गरीब लोग कम से कम एक वक्त भरपेट भोजन तो कर सकेंगे. लेकिन दो वर्ष के अंदर ही यह योजना दम तोड़ती नजर आ रही है.

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