सरेशाम मारी गोलियां: वासेपुर गैंग्स से था उपेंद्र का विवाद, पत्नी को भाजपा नेत्री गैंग्स और कई अन्य पर शक

धनबाद : न्यू मटकुरिया कॉलोनी निवासी रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर गुरुवार की शाम साढ़े पांच बजे के लगभग बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में जानलेवा हमला किया गया. मामले को लेकर उपेंद्र सिंह की पत्नी रानी सिंह का कहना है कि उसके पति से कई लोगों की पुरानी रंजिश है. अभी कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2018 10:19 AM

धनबाद : न्यू मटकुरिया कॉलोनी निवासी रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह पर गुरुवार की शाम साढ़े पांच बजे के लगभग बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में जानलेवा हमला किया गया. मामले को लेकर उपेंद्र सिंह की पत्नी रानी सिंह का कहना है कि उसके पति से कई लोगों की पुरानी रंजिश है. अभी कुछ दिन पहले ही भाजपा की एक महिला नेत्री से गाड़ी को लेकर कुछ झंझट हुआ था. वह मेरे पति को जान से मारने की धमकी दे रही थी. जबकि वासेपुर गैंग्स के लोगों के साथ भी लगातार विवाद रहा है.

कुछ और लोगों पर भी उसे शक है. लेकिन अभी वह अस्पताल में है और जब वह बोलने की स्थिति में आयेगी तो ठीक से कुछ कह पायेगी. रानी ने कहा कि मैं अभी अपने स्तर से बहुत कुछ पता कर रही हूं. क्योंकि घटना के समय यह बैंक मोड़ क्यों गये, क्या काम था. इनके साथ कौन कौन लोग थे. यह सब कुछ पता नहीं चला रहा है. होश आने के बाद ही सब कुछ साफ हो पायेगा.

कई मामले दर्ज हैं उपेंद्र पर : बैंक मोड़ पुलिस ने बताया कि उपेंद्र सिंह पर सिर्फ बैंक मोड़ थाना में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. कई मामले कोर्ट में लंबित है. प्राय: मामलों में उपेंद्र के खिलाफ मारपीट, रंगदारी व धमकी देने आरोप है. इसके अलावा भी धनबाद व धनसार थाना में दर्ज मामलों की जानकारी ली जा रही है.

कई बिंदु पर काम कर रही है पुलिस : सिटी एसपी पीयूष पांडेय ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है. इसमें तीन चार बिंदु पर काम हो रहा है. खास कर उपेंद्र के साथ पुरानी दुश्मनी, किसी से विवाद, हाल के दिनों में कोई धमकी आदि. उसके आस-पड़ोस व परिवार के लोगों से भी बात की जायेगी. दोषी को गिरफ्तार किया जायेगा.
विवाद से रहा है उपेंद्र सिंह का भी नाता
उपेंद्र सिंह का विवाद से पुराना नाता रहा है. उपेंद्र के खिलाफ कई बार बैंक मोड़, धनबाद व धनसार थाना सहित जिले के अन्य थानों में मारपीट व अन्य कई तरह के मामले दर्ज हुए हैं. वह गाड़ी रिकवरी को लेकर भी मारपीट करता रहा है. पिता मारकंडे सिंह सिनेमा हॉल में काम करते थे. लेकिन रिकवरी एजेंट बनने के बाद इसकी हैसियत बढ़ी. अक्सर मारपीट में इसका नाम आता रहा है.

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