पीएमसीएच से बिना इलाज के लौट गये 1500 मरीज

पहले से डॉक्टरों की कमी, अब 36 जूनियर डॉक्टर व 55 इंटर्न के हड़ताल पर जाने से स्थिति और बिगड़ी धनबाद : पीएमसीएच में पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में जूनियर डॉक्टर व इंटर्न की हड़ताल से शुक्रवार को मरीजों को भारी परेशानी हुई. ओपीडी पूर्ण रुप से ठप रहा. अमूमन 1800 मरीजों की जगह मात्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2018 4:47 AM

पहले से डॉक्टरों की कमी, अब 36 जूनियर डॉक्टर व 55 इंटर्न के हड़ताल पर जाने से स्थिति और बिगड़ी

धनबाद : पीएमसीएच में पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में जूनियर डॉक्टर व इंटर्न की हड़ताल से शुक्रवार को मरीजों को भारी परेशानी हुई. ओपीडी पूर्ण रुप से ठप रहा. अमूमन 1800 मरीजों की जगह मात्र 212 मरीजों का ही रजिस्ट्रेशन किया गया. लगभग 1500 मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ा. हालांकि इमर्जेंसी व इंडोर सेवा बहाल रही. इस बीच जिला प्रशासन और हड़ताली जूनियर डॉक्टरों के बीच वार्ता का दौर जारी है. बता दें कि गुरुवार की रात केंदुआ निवासी चार साल की जाह्नवी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी.
लेकिन परिजनों का कहना था कि बच्ची मरी नहीं थी, उसके शरीर में हरकत थी. लेकिन चिकित्सक ने इसे भ्रम बताया. इसे लेकर चिकित्सक के साथ मारपीट की गयी. सूचना पाकर मेडिकल छात्रों का दल पहुंचा और मृतका के परिजन और फिर पुलिस से भिड़ गया. पुलिस ने मेडिकल छात्रों पर रात साढ़े दस बजे लाठी चार्ज कर दिया. कई जूनियर डॉक्टर व इंटर्न चोटिल हो गये. विरोध में जूनियर डॉक्टर आधी रात से हड़ताल पर चले गये.
दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन
सुबह में जूनियर डॉक्टरों ने अोपीडी केे मेडिसिन, सर्जनी, गायनी, स्कीन, नेत्र, इएनटी विभाग को बंद करा दिया और दरवाजे में ताला जड़ दिया. गायनी गेट पर नारेबाजी की गयी. लाठी चार्ज के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गयी. अांदोलनकारी एसडीएम और प्रभारी डीसी-सह-डीडीसी के आवास पर फरियाद करने पहुंचे. इधर, पीएमसीएच में हंगामा व लाठीचार्ज को लेकर सरकार ने अस्पताल प्रबंधन से जानकारी मांगी है.
छुट्टी कैंसिल, मांगे गये 20 डॉक्टर
हड़ताल को देखते हुए पीएमसीएच प्रबंधन ने सभी चिकित्सकों व कर्मियों की छुट्टी कैंसिल कर दी है. तत्काल के लिए 20 मेडिकल अफसर की मांग सिविल सर्जन से की गयी.

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