जाली चेक से उड़ाते थे दूसरों की रकम पुलिस ने चार लोगों को भेजा जेल
धनबाद : धनबाद पुलिस ने जाली चेक बनाकर दूसरे के बैंक खाते से रकम निकासी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरोह से जुड़े चार सदस्यों को गिरफ्तार को जेल भेज दिया है. भूली पुलिस ने नीलेश दास (बिराजपुर), राजगंज पुलिस ने विनोद दास (कोटालअड्डा) प्रेम प्रसून (झरिया) […]
धनबाद : धनबाद पुलिस ने जाली चेक बनाकर दूसरे के बैंक खाते से रकम निकासी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरोह से जुड़े चार सदस्यों को गिरफ्तार को जेल भेज दिया है. भूली पुलिस ने नीलेश दास (बिराजपुर), राजगंज पुलिस ने विनोद दास (कोटालअड्डा) प्रेम प्रसून (झरिया) व सचिन ठाकुर (करकेंद) को अपने-अपने केस में जेल भेजा है.
ग्रामीण एसपी अशुतोष शेखर ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एसबीआइ राजगंज व पुटकी शाखा प्रबंधक की ओर से फर्जी चेक के माध्यम से पैसे निकासी की एफआइआर संबंधित थाने में दर्ज करायी गयी थी. विनोद दास चेक पर ग्राहक का फर्जी हस्ताक्षर करता था. सचिन ठाकुर करकेंद में अपनी दुकान में फोटोशॉप की मदद से चेक में छेड़छाड़ कर उसका प्रिंट आउट निकालता था. प्रेम प्रसून दोनों को सहयोग करता था. गिरोह ने दिसंबर 2017 तथा जनवरी 2018 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की राजगंज तथा पुटकी शाखा से ऐसे ही फर्जी एकाउंट पेयी चेक से दो बार 95-95 हजार रुपये की रकम अपने खाते में जमा करायी थी.
चेक की रकम एक लाख से नीचे : जालसाज गिरोह के सदस्यों को बैंक के नियमों की पूरी जानकारी है. कभी भी गिरोह ने एक लाख या इससे अधिक का चेक नहीं बनाया. दो बार 95-95 हजार की रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर लिये. गिरोह का सरगना अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है. पुलिस ने एक कम्प्यूटर, एक प्रिंटर तथा फोटोशॉप से छेड़छाड़ किया हुआ चेक बरामद किया है.
यूको बैंक से 72 लाख की ठगी में थी नीलेश की तलाश
भूली पुलिस बिराजपुर निवासी नीलेश दास को सात साल से खोज रही थी. उसके खिलाफ भूली ओपी में वर्ष 2011 में केस दर्ज हुआ था. यूको बैंक की ओर से दर्ज केस में 40 लोगों के खिलाफ एलआइसी का जाली बांड बनाकर बैंक में गिरवी रखकर 72 लाख लोने लेने का आरोप है. मामले में बरवाअड्डा के भाजपा से जुड़े त्रिलोचन की भी तलाश है.
पारा टीचर जाली हस्ताक्षर में माहिर : जाली चेक बनाकर राशि निकालने में आरोपी विनोद दास पारा टीचर है. वह जाली हस्ताक्षर करने में माहिर है. एक बार देखने के बाद वह चंद मिनट में किसी का भी जाली हस्ताक्षरकर देता है.
बैंक व बीमा से जुड़े लोगों पर पुलिस की नजर : जाली चेक बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों के साथ पुलिस बैंक व बीमा से जुड़े लोगों पर भी नजर रखे हुए है. पुलिस को आशंका है कि बैंक व बीमा स्टाफ की मिलीभगत से जालसाजी की जाती रही है. जालसाज चेक की फोटो कॉपी करा खाताधारक की बैंक में जमा राशि का पता करते हैं. इसके बाद ही संबंधित राशि चेक में भरता है. पुलिस जांच रही है कि जालसाजों को कहां से और कैसे जानकारी मिलती है.