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इवीएम में आज बंद होगी प्रत्याशियों की किस्मत

धनबाद/चिरकुंडा : भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच सोमवार को चिरकुंडा नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षद तथा धनबाद नगर निगम के दो वार्डों के पार्षद पद के लिए मतदान होगा. 81 बूथों पर 71 हजार 842 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. रविवार को सभी बूथों पर मतदान कर्मी पहुंच गये. आज सुबह माइनिंग […]

धनबाद/चिरकुंडा : भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच सोमवार को चिरकुंडा नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षद तथा धनबाद नगर निगम के दो वार्डों के पार्षद पद के लिए मतदान होगा. 81 बूथों पर 71 हजार 842 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. रविवार को सभी बूथों पर मतदान कर्मी पहुंच गये. आज सुबह माइनिंग इंस्टीट्यूट से मतदान कर्मियों को इवीएम तथा अन्य मतदान सामग्री देकर रवाना किया गया.
यहां इवीएम वितरण के लिए पांच काउंटर बनाये गये थे. सुबह आठ बजे से ही मतदान सामग्री का वितरण शुरू हो गया, जो दोपहर तक चला. इस दौरान डीडीसी कुलदीप चौधरी, ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, एसडीएम अनन्य मित्तल, एडीएम (विधि-व्यवस्था) राकेश दुबे, डीआरडीए के निदेशक पीएन मिश्र सहित कई अधिकारी मौजूद थे. मतदान कार्य के लिए हर बूथ पर चार कर्मियों की तैनाती की गयी है. उनके साथ सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गयी है. मतदान सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगा. इसके बाद सभी बूथों से इवीएम सील कर माइनिंग इंस्टीट्यूट लायी जायेगी. यहीं स्ट्रांग रूम बनाया गया है. धनबाद नगर निगम के वार्ड 31 एवं 40 में पार्षद के लिए होने वाले उप चुनाव में हिंसा की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं. आज बूथों के आस-पास सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया. दोनों ही वार्डों में बाहर से अपराधियों के बुलाये जाने की सूचना है. ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर व एसडीएम अनन्य मित्तल ने सभी 42 मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया. कई स्थानों पर कुछ कमियां पायी गयीं, जिसे दूर करने का निर्देश अधिकारियों को दिया. कहीं टेबल तो कहीं पानी नहीं था. कुछेक मतदान केंद्रों पर चुनाव अधिकारी के नहीं रहने पर नाराजगी व्यक्त की. निरीक्षण के दौरान बीडीओ अनंत कुमार, चिरकुंडा सर्किल इंस्पेक्टर अशोक कुमार डालमिया, चिरकुंडा थाना प्रभारी मुन्ना प्रसाद गुप्ता, कुमारधुबी प्रभारी गिरीश पांडे उपस्थित थे.
प्रशासन ने सील की चिरकुंडा-बराकर सीमा
चिरकुंडा. चिरकुंडा नगर परिषद के चुनाव में एक मतदाता तीन वोट डालेगा. यहां अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं पार्षद के लिए वोट डाले जायेंगे. तीनों के लिए अलग-अलग इवीएम का इस्तेमाल किया जायेगा. चिरकुंडा में अध्यक्ष पद के लिए सात, उपाध्यक्ष के लिए 14 तथा पार्षद के 21 पदों के लिए 112 प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां कुल 42 मतदान केंद्र बनाये गये है. इनमें से 36 चिरकुंडा थानांतर्गत व 6 कुमारधुबी ओपी अंतर्गत आते हैं. चिरकुंडा में 34 हजार 678 मतदाता वोट डाल सकेंगे. इनमें 18 हजार 417 पुरुष तथा 16 हजार 261 महिला मतदाता हैं. चिरकुंडा में आज भी प्रत्याशी घर-घर मतदाताओं से संपर्क करते देखे गये. साथ ही समर्थकों व पोलिंग एजेंटों के साथ रणनीति बनाते रहे. निकाय चुनाव के आखिरी दिन पार्टियों ने बूथ बांटने को लेकर एक्सरसाइज किया. बूथ मैनेज करने में पार्टियों काे पसीना छूट रहा है. कार्यकर्ता हजारों रुपया बूथ का खर्च मांग रहे हैं. शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह तैयार हैं. चिरकुंडा-बराकर की सीमा पर चिरकुंडा व बराकर पुलिस शनिवार से लगातार वाहनों की चेकिंग अभियान चला रही है. दोपहिया व चार पहिया वाहनों की दंडाधिकारी की उपस्थिति में चेकिंग की जा रही है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि रात भर चेकिंग अभियान जारी रहेगा.
कांग्रेस के अध्यक्ष प्रत्याशी पर आचार संहिता उल्लंघन का केस
चिरकुंडा. नप चुनाव में प्रचार की समयसीमा समाप्त होने के बाद भी वार्ड 15 के कालीधौड़ा में सभा किये जाने पर कांग्रेस के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मुरली तुरी पर आचार संहिता कोषांग प्रभारी अनंत कुमार ने आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है. श्री कुमार ने बताया कि सभा की सूचना पर वे वहां पहुंचे और वीडियो रिकाॅर्डिंग करायी. मामला सही पाया गया. वहां पहुंचने पर सभा रुकवा दी गयी. उन्होंने बताया कि दोपहर 2.50 बजे सभा की जा रही थी. झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 559 के तहत चिरकुंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. चुनाव प्रक्रिया के दौरान आचार संहिता उल्लंघन का यह पहला मामला है.
इवीएम में सुरक्षित रहते हैं वोट
इवीएम में बैटरी की आवश्यकता केवल मतदान एवं मतगणना के समय इवीएम को चालू करने के लिए होती है. जैसे ही मतदान पूर्ण हो जाता है, बैटरी के बटन (स्विच) केवल मतगणना के समय ही ऑन (चालू) किया जाना अपेक्षित होगा. परिणाम लेने के तुरंत बाद बैटरी को निकाल लिया जाता है. बैटरी निकाल दिये जाने के बाद भी माइक्रोचिप में स्मृति (मेमोरी) सुरक्षित रहती है. यदि न्यायालय पुनर्मतगणना के आदेश देता है, तो कंट्रोल यूनिट को बैटरी लगा कर पुन: चालू किया जा सकता है और यह स्मरण-शक्ति (मेमोरी) में जमा परिणाम को दिखा देगा.

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