अच्छे स्कूल में बच्चे का नहीं हुआ एडमिशन तो मां ने दे दी जान

धनबाद : शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूूल में अपने बेटे का एडमिशन नहीं होने से खिन्न शैंपी अग्रवाल (32) ने गुरुवार की रात इहलीला समाप्त कर ली. पुलिस ने लाश को कब्जे में कर लिया है. रात भर पीएमसीएच में परिजन जुटे रहे. महिला कुसुम विहार स्थित कल्याणी अपार्टमेंट की रहने वाली थी. स्कूल ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2018 6:40 AM
धनबाद : शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूूल में अपने बेटे का एडमिशन नहीं होने से खिन्न शैंपी अग्रवाल (32) ने गुरुवार की रात इहलीला समाप्त कर ली. पुलिस ने लाश को कब्जे में कर लिया है. रात भर पीएमसीएच में परिजन जुटे रहे. महिला कुसुम विहार स्थित कल्याणी अपार्टमेंट की रहने वाली थी.
स्कूल ने दिया था आश्वासन :
सरायढेला थाना अंतर्गत कुसुम विहार के व्यवसायी रवि अग्रवाल की पत्नी शैंपी अग्रवाल उसी इलाके के एक प्रतिष्ठित स्कूल में अपने एकमात्र पुत्र पांच वर्षीय अनमोल का नर्सरी में एडमिशन कराना चाहती थी. इसके लिए उसने काफी प्रयास किया. एडमिशन फॉर्म भी जमा किया था. ससुराल पक्ष के अनुसार स्कूल प्रबंधन ने आश्वासन भी दिया था कि अनमोल का एडमिशन हो जायेगा. लेकिन जब उसे बताया गया कि एडमिशन की गारंटी नहीं है, तो वह तनाव में रहने लगी.
मायके वालों ने की जांच की मांग : शैंपी की मां गायत्री अग्रवाल ने रो-रो कर बताया कि उसकी बेटी कभी नाखुश नहीं रहती थी. वह आत्महत्या नहीं कर सकती. यदि कोई घटना घटी तो ससुराल वालों ने सूचना क्यों नहीं दी. दूसरे संबंधी ने उसे देर रात को घटना की जानकारी दी. शैंपी की मौत की उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए.
खाना बनाने के दौैरान लगायी फांसी
अस्पताल परिसर में ससुराल वालों ने बताया कि रात सात बजे शैंपी घर में खाना बना रही थी. इसी दौरान खाना बनाना छोड़ वह अपने कमरे में घुस गयी और भीतर से दरवाजा बंद कर दिया. पीछे-पीछे अनमोल भी गया और दरवाजा खटखटाया. नहीं खोला तो बच्चे ने पिता को इसकी जानकारी दी. पिता ने आकर घर का दरवाजा तोड़ातो देखा कि उसकी पत्नी दुपट्टा से पंखा की कुंडी में झूल रही है. इसके बाद अानन-फानन में लोगों ने उसे उतार कर पीएमसीएच लाया, जहां चिकित्सकों ने शैंपी को मृत घोषित कर दिया. शैंपी का मायके झरिया गांधी रोड में है. उसकी शादी सात साल पहले हुई थी. एक बच्चे की वह मां थी.

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