धनबाद : 99.47 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट घोटाला, 2 ट्रेडर्स पर एफआइआर
सुधीर सिन्हा धनबाद : धनबाद में पांच सेल ट्रेडर्स ने 99.47 करोड़ का इंपुट टैक्स क्रेडिट का घोटाला किया है. विगनेस इंटरप्राइजेज व पूर्वा इंटरप्राइजेज पर एफआइआर दर्ज की गयी है. जबकि तीन ट्रेडर्स भूतनाथ इंटरप्राइजेज, ऋषव सेल्स इंटरप्राइजेज व देव ट्रेडर्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए गोविंदपुर थाना में लिखित आवेदन दिया […]
सुधीर सिन्हा
धनबाद : धनबाद में पांच सेल ट्रेडर्स ने 99.47 करोड़ का इंपुट टैक्स क्रेडिट का घोटाला किया है. विगनेस इंटरप्राइजेज व पूर्वा इंटरप्राइजेज पर एफआइआर दर्ज की गयी है. जबकि तीन ट्रेडर्स भूतनाथ इंटरप्राइजेज, ऋषव सेल्स इंटरप्राइजेज व देव ट्रेडर्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए गोविंदपुर थाना में लिखित आवेदन दिया गया है.
सभी ट्रेडर्स आयरन कारोबार से जुड़े हुए हैं. उपरोक्त कंपनियां कागज पर लेन-देन पर करोड़ों का इंपुट टैक्स क्रेडिट(आइटीसी) का फर्जीवाड़ा कर रही है और सरकार को करोड़ों का चूना लगा रही है. इस खेल में बहुत बड़े रैकेट काम कर रहा है. कारोबारियों के अलावा कई सफेदपोश भी इस कारोबार से जुड़े होने की संभावना जतायी जा रही है. फिलहाल मामला दर्ज कर पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई शुरू किया है.
सरकार को लगाया जा रहा करोड़ों का चूना : भूतनाथ इंटरप्राइजेज के केस स्टडी को लें. इसके प्रोपराइटर हैं मुकेश अग्रवाल. पिता सतीश अग्रवाल व पता पकौड़ी बाजार बरवाअड्डा. यह आयरन स्टील का कारोबार करते हैं.
एमएस इंटरप्राइजेज सारजा मार्केट नहापुर विलेज दिल्ली से 107 करोड़ 95 लाख 93 हजार का आयरन खरीदा. जुलाई 2017 से सितंबर 2017 तक ओम इंटरप्राइजेज (देवघर), शाहा इंटरप्राइजेज (देवघर), शक्ति ट्रेडर्स (धनबाद), देव ट्रेडर्स (धनबाद), जय दुर्गा (धनबाद) को माल बेचा. 32 करोड़ 91 लाख का इंपुट टैक्स क्रेडिट(आइटीसी) दिखाया. माल की बिक्री पर 32 करोड़ 91 लाख का टैक्स कलेक्शन दिखा कर आइटीसी से एडजस्ट कर लिया. माल पर जो टैक्स सरकार को मिलना चाहिए, वह नहीं मिला. न तो कोई कर चुकाया और न ही कोई इंवाइस ही निर्गत किया गया.
पूरा खेल कागज पर हुआ. जब राज्य कर विभाग के अधिकारी संबंधित पता पर जांच करने पहुंचे तो वहां ट्रेडर्स के नाम से न तो कोई गोदाम था और न ही ऑफिस. लिहाजा राज्य कर विभाग ने पांच सेल कंपनियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है.
माल को कागज दिखाया कर लिया लाभ : वाणिज्यकर सूत्रों के मुताबिक एमएस इंटरप्राइजेज सारजा मार्केट नहापुर विलेज दिल्ली से खेल शुरू हुआ.
एमएस इंटरप्राइजेज ने 107 करोड़ का आयरन बिना कागजात के ब्लैक मार्केटिंग की. इसके बाद उसी माल को कागज पर भूतनाथ इंटरप्राइजेज को बेचा. भूतनाथ इंटरप्राइजेज ने अन्य ट्रेडर्स को भी कागज पर ही माल बेचा. अब तक की जांच में जो ट्रेडर्स के नाम सामने आ रहे हैं, सभी फर्जी हैं. इससे स्पष्ट है कि सरकार को करोड़ों का टैक्स का चूना लगाया जा रहा है. इसी तरह का मामला चंडीगढ़ में भी उजागर हुआ है.